यवतमाल: कपास के दाम समर्थन मूल्य के करीब, उपज में आयी कमी - बाजार में बढ़ी मांग

  • उपज में आयी कमी
  • अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग बढ़ी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-20 12:42 GMT

डिजिटल डेस्क, यवतमाल. गत दिनों से कपास के दाम न बढ़ने के कारण बीते 2 से 3 दिनों में जिले में कपास के दाम समर्थन मूल्य के बराबर हो गए। सरकार द्वारा खरीफ मौसम की शुरुआत में उपज के समर्थन मूल्य घोषित किया जाता है। इसके तहत गुणवत्तापूर्ण कपास का समर्थन मूल्य 7 हजार 20 रुपये प्रति क्विंटल घोषित हुआ है। दूसरी ओर नवंबर-दिसंबर माह से ही किसान नई फसल बाजार में बेचने पहुंचे तो उचित दाम नहीं मिलने की शिकायत किसानों ने की। मजबूरी में किसानों को समर्थन मूल्य से काफी कम दाम में उपज बेचनी पड़ी।

जिले में 50 फीसदी से अधिक किसानों ने 6 हजार 500 रुपये प्रति क्विंटल या उससे भी कम दाम में कपास निजी व्यापारियों को बेच दिया। लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग बढ़ने के चलते जिले में कपास को प्रति क्विंटल 7 हजार 25 रुपए तक दाम मिले हैं।

पड़ोस के वर्धा जिले की कुछ मंडियों में दाम 7 हजार 200 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं। इससे किसानों को राहत मिली है। 2 वर्ष पहले कपास को 12 हजार रुपये प्रति क्विंटल दाम मिले थे।

कपास का बढ़ा लागत खर्च को देखते हुए यही दाम मिलने की किसानों को उम्मीद थी। इसके चलते खरिफ मौसम 2022-23 में किसानों ने उपज का भंडारण कर रखा था। यह माल किसानों ने जून 2023 में कम दामों में बेचा।

इस वर्ष भी दाम बढ़ने के आसार नहीं होने से जिले में बड़े पैमाने किसानों ने अपनी उपज बेच दी है। तो अब जाकर कपास के दामों में कुछ सुधार होता दिखाई दे रहा है। बता दें कि इस बार हुई अतिवृष्टि से कपास के उत्पादन में कमी आई है।




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