यवतमाल: पहली ही बारिश में डूबी पुलिया, अकोला, पुसद, दिग्रस, नांदेड, दारव्हा मार्ग प्रभावित
- आंधी के साथ बारिश ने दी दस्तक
- अनेक मकानों की छतें उड़ने से नुकसान
डिजिटल डेस्क, यवतमाल. दारव्हा तहसील में मंगलवार की रात मुसलाधार बारिश हुई। जिसके चलते बोरी अरब का वैकल्पिक रास्ता जो मोडकर बनाया गया है वह डूब गया। जिसके चलते यहां यातायात ठप हो गई। यह यातायात करीब डेढ घंटे तक ठप रही। सुबह 9 बजे रास्ते का पानी उतरने के बाद यह यातायात शुरू हुई है। दारव्हा तहसील के बोरी अरब में फ्लाई ओव्हर का काम गत 3 वर्ष से चल रहा है। मगर यह काम कछुआ गति से होने के चलते अभी भी कब पुरा होंगा यह बताया नही जा सकता। यही कारण है कि 3 साल पुरा होकर चौथा साल लग चुका है। फिर भी फ्लाई ओव्हर बनने की कोई उम्मीद नजर नही आ रही है। उल्लेखनिय है कि यवतमाल जिले के पालकमंत्री संजय राठोड के दिग्रस निर्वाचन क्षेत्र में यह बोरी अरब क्षेत्र आता है। उनके पास गत 10 वर्ष से सत्ता है। फिर भी पुलिया का काम न के बराबर हो रहा है। हर बारिश के मौसम में या अकाली बारिश में यह रास्ता पानी में डूब जाता है। यहां से वैकल्पिक रास्ता मोडकर निकाला गया है। जिसकी उंचाई नही रखी गई है। यही कारण है कि यहां मुसलाधार बारिश होतेही यातायात ठप पड जाती है। यवतमाल जिले का संपर्क बाकी दारव्हा, दिग्रस, पुसद के साथ अकोला, नांदेड आदि से नही हो पाता है। यह रास्ता बंद होने पर 20 से ज्यादा किमी दुरी घुमकर जाना पडता है। यह रास्ता नेर तहसील के दहिफल से होकर दारव्हा की तरफ निकलता है। रास्ता कच्चा होने के चलते यहां पर कार और दुपहिया ही निकल पाती है। ट्रैव्हल्स, एसटी और भारी वाहन इस रास्ते से जा नही सकते। इसलिए उन्हे बारिश का पानी रास्ते से उतरने का इंतजार करना पडता है।
यह ठेका अबरार एंड कंपनी को : उक्त फ्लाई ओव्हर का ठेका नागपुर के अबरार एंड कंपनी को दिया गया है। यह कंपनी पूर्व मंत्री अनिस अहमद के करीबी की बताई जा रही है। इसकी डेडलाइन कबकी निकल चुकी है। फीर भी पुलिया का काम नही हो रहा है। यहां के इंजिनियर विजय अडचुले थे। उनकी लापरवाही भी इसमें बराबर की जिम्मेदार है। इसके बावजूद अडचुले को नागपुर का कार्यकारी इंजिनियर बनाकर पदोन्नत कर यवतमाल से लोकनिर्माण विभाग में भेजा गया है।
समुद्रपुर में आंधी के साथ बारिश ने दी दस्तक, अनेक मकानों की छतें उड़ने से नुकसान
समुद्रपुर शहर समेत परिसर के गांवों में मंगलवार शाम के समय आंधी के साथ मूसलाधार बारिश ने दस्तक दी। अचानक बिजली की गरज के साथ हुई बारिश से नागरिकों में भागमभाग मच गई। इस दौरान आंधी से अनेक घरों की छतें उड़ने से नुकसान की जानकारी है। मंगलवार की रात में समुद्रपुर तथा आसपास के गांवों में बिजली की गरज के साथ जमकर बारिश हुई। आंधी के चलते समुद्रपुर शहर के वार्ड क्रमांक 3 निवासी अशोक रामभाऊ वैद्य के घर की छत उड़ गई। दौरान उनकी पत्नी सीताबाई वैद्य भी घायल हो गई। इसके अलावा अन्य कुछ घरों की छतें उड़ने की जानकारी है। अनेक गांवों की बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई। करीब एक घंटे तक हुए मूसलाधार बारिश से अनेक किसानों के खेत में जानवरों के लिए रखे चारे का भी नुकसान हुआ। बारिश के कारण गर्मी से परेशान लोगों को उमस से राहत मिली। घटना की जानकारी मिलते ही तहसीलदार कपिल हाटकर ने नुकसान सर्वेक्षण के आदेश मंडल अधिकारी को दिये।