आर्णी: बांध विरोधी संघर्ष समिति ने किया जलसमाधि आंदोलन, सैकड़ों महिलाएं थीं शामिल

  • आंदोलन में सैकड़ों महिलाएं थीं शामिल
  • जलसमाधि आंदोलन

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-06 12:45 GMT

डिजिटल डेस्क, आर्णी. निम्न पैनगंगा बांध विरोधी संघर्ष समिति ने आज जगह-जगह पैनगंगा नदी में उतरकर जलसमाधी आंदोलन किया। आंदोलन को महिलाओं का भारी प्रतिसाद मिला। सैकडो़ं महिलाएं आंदोलन में शामिल हुई। आंदोलन के चलते पुलिस प्रशासन में खलबली मच गयी थी। विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र में आनेवाले कई ग्राम बांध से प्रभावित होंगे। इसे देखते हुए संघर्ष समिति के नेता मुबारक तंवर, विजय राऊत, बंडु नाईक, प्रल्हाद गावंडे के नेतृत्व में परिसर के खड़का, आयता, कवठा, चिमटा, कापेश्वर, उमरी, झापरवाड़ी, वरूड, बिलायता, सावली-सदोबा, रामपुर, पाथरी, बामनगुडा, रानी धानोरा, कवठा बाजार, साकुर, धानोरा सिं, भांबपुरे, सतीगुडा, चिंचखेड, सिंदखेड, टेंभी आदि ग्रामों के किसान और नागरिकों ने ग्राम कापेश्वर में मंगलवार को आंदोलन किया। संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रल्हाद जगताप के नेतृत्व में ग्राम दातोडी, थड, गुडा, बोंडगव्हाण, चौफुली, सावरखेड़ा, मदनापुर के ग्रामवासियों ने सिद्धेश्वर में आंदोलन किया। डा. बाबा डाखोरे के नेतृत्व में रानी धानोरा, कवठा बाजार, पड़सा, वड़सा, टाकली, नेर लिंबायत में आंदोलन हुआ।

बड़ी संख्या में कुल 5 जगह परिसर के ग्रामवासी, खेतिहर मजदूर और किसानों ने जलसमाधि आंदोलन में उतरने से पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक ओर सरकार और प्रशासन व्दारा बांध के निर्माण को लेकर प्रयास तेज किए जाने से बांध से प्रभावित होनेवाले यवतमाल और नांदेड जिले के 35 से 40 ग्रामों में संघर्ष समिति ने बांध के निर्माण को विरोध दर्शाते हुए यह ध्यानकर्षक आंदोलन किया। आज का यह आंदोलन शांतिपूर्ण रहा। इस दौरान थानेदार ठाकरे के मार्गदर्शन में कड़ा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया था।

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