मेडिकल कॉलेज: सीपेज के कारण दीवारों का रंग काला, कमिश्नर ने लगाई फटकार
- ठेका कंपनी की लापरवाही से परेशान मरीज
- सीएमई के निर्देश के 37 दिन बाद भी अव्यवस्था
- एमपीआरडीसी के अधिकारी बेपरवाह
डिजिटल डेस्क,शहडोल। मेडिकल कॉलेज में सीपेज की समस्या से मरीजों की परेशानी कम नहीं हो रही है। रविवार को कमिश्नर बीएस जामोद मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो सीपेज के कारण दीवारों का रंग काला पड़ जाने और अब तक सुधार नहीं होने पर एमपीआरडीसी विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
ठेका कंपनी से जल्द सुधार करवाने के निर्देश दिए। बतादें कि सीएमई (कमिश्नर मेडिकल एजुकेशन) तरूण पिथोड़े 12 अप्रैल को मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे तो एमपीआरडीसी को सीपेज की समस्या जल्द दूर करने के निर्देश दिए थे।
इसके बाद ठेका कंपनी सुधार करवाने के बजाए अस्पताल की सर्विस व्यवस्था को ही दुरुस्त करवाने का राग अलापने लगी। इधर, निर्देश के 37 दिन बाद सीपेज की समस्या कुछ हद तो ठीक हुई लेकिन सीपेज से हुए नुकसान को ठीक करने में लापरवाही बरती गई।
सोनोग्राफी रिपोर्ट के कारण भर्ती नहीं करने की बात-
कमिश्नर ने मेडिकल कॉलेज में मरीजों से चर्चा की। डिंडोरी जिले के ग्राम अमनी पिपरिया के मरीज रामपाल ने बताया कि सोनोग्राफी रिपोर्ट के अभाव में उसे मेडिकल कालेज में भर्ती नहीं किया जा रहा है। जिस पर भर्ती कर समुचित उपचार मुहैया कराने कहा।
गहन चिकित्सा इकाई में मरीज रामलाल चौधरी, ग्राम पंचायत खाम्हीडोल के सर्पदंश से पीडि़त मरीज विष्णु बैगा, जैतहरी के मरीज राजकुमार वर्मा, अनूपपुर जिले के मरीज बद्री प्रसाद यादव, कोतमा की मरीज मुन्नी बाई द्विवेदी, अनूपपुर जिले के ग्राम कुडैली के मरीज रामनिवास चौधरी, ग्राम पंचायत मझौली के मरीज ईश्वरदीन अहिरवार एवं अन्य मरीजों से रूबरू चर्चा की। एसएनसीयू वार्ड, सेंट्रल लैब सहित अन्य वार्ड का निरीक्षण किया।