शहडोल: अस्पतालों में बे रोक टोक आवाजाही, नाम की पुलिस चौकी
- जिला अस्पताल के सीसीटीवी खराब, देर रात तक बाहर रहते हैं मेडिकल कॉलेज के कुछ स्टूडेंट
- जिला चिकित्सालय में पुलिस चौकी है, लेकिन वहां काम लिखा पढ़ी तक ही सीमित है
- मेडिकल कॉलेज कैम्पस में रौशनी की पर्याप्त व्यवस्था है।
डिजिटल डेस्क,शहडोल। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई घटना के बाद मध्यप्रदेश सरकार के निर्देश पर संभागीय मुख्यालय में भी प्रशासन अलर्ट मोड पर आ चुका है। मुख्यालय स्थित दो बड़े चिकित्सा संस्थान जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज में मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंथन का दौर शुरु है।
पुलिस मुख्यालय द्वारा भी पुलिस अधीक्षकों के माध्यम से अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर फीडबैक मांगा गया है। जिसके तहत यह स्थिति सामने आ रही है कि अस्पतालों में बिना रोक टोक के लोगों का आजा-जाना होता है।
पहचान करना मुश्किल होता है कि प्रवेश करने वाले मरीजों के परिजन-रिश्तेदार हैं या कोई और। जिला चिकित्सालय में पहले से लगे सीसीटीवी कैमरे खराब हो चुके हैं। वहीं पता चला है कि मेडिकल कॉलेज कैम्पस में रहने वाले कुछ स्टूडेंट देर रात तक बाहर रहते हैं। जिन पर नियंत्रण की जरूरत महसूस की जा रही है।
वर्तमान में ऐसी है व्यवस्था
जिला चिकित्सालय में पुलिस चौकी है, लेकिन वहां काम लिखा पढ़ी तक ही सीमित है, वहीं मेडिकल कॉलेज में पुलिस चौकी की सक्रियता बताई जा रही है। मेडिकल कॉलेज के तीनों कैम्पस में 582 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। 24 घंटे गश्त के लिए 89 सुरक्षा गार्ड तैनात हैं।
जिला चिकित्सालय में भी गार्ड की व्यवस्था है। यौन उत्पीडऩ संबंधी समितियां दोनों जगहों पर गठित है। मेडिकल कॉलेज कैम्पस में रौशनी की पर्याप्त व्यवस्था है। इसके बाद भी कुछेक स्थानों पर अंधेरे के कारण लोगों को परेशानी होती है।
इन सुधारों की दरकार
दोनों संस्थानों में प्रवेश के लिए पास सिस्टम लागू नहीं है, जिसे प्रभावी बनाने की जरूरत है, ताकि अवांछित तत्वों का प्रवेश वर्जित किया जा सके। सुरक्षा के लिहाज से रात के समय कैम्पस से बाहर आने-जाने वाले मेडिकल छात्रों पर अंकुश लगाने के साथ मौजूदा पुलिस चौकी को सक्रिय करने तथा मेडिकल कॉलेज मार्ग में पुलिस गश्त बढ़ाने की जरूरत महसूस की जा रही है।
यह कहा अधिकारियों ने
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जीबी रामटेके का कहना है कि सुरक्षा के लिहाज से व्यवस्थाएं हैं, फिर भी नई मानीटरिंग समिति बनाई जाएगी। साथ ही कैम्पस से बाहर जाने वाले छात्रों-स्टॉफ के लिए रजिस्टर बनाया जाएगा।
जिला चिकित्सालय के सीएस डॉ. जीएस परिहार ने कहा कि 100 नए सीसीटीवी कैमरे जल्द ही लगवाए जा रहे हैं। पास व्यवस्था फिर से लागू करेंगे। एसपी कुमार प्रतीक का कहना है कि गश्त बढ़ाई जाएगी।