शहडोल: चार माह से दबी अतिक्रमण हटाने की फाइल, जनसुनवाई में शिकायत
- कलेक्टर को जनसनुवाई में बिजली की लो वोल्टेज से होने वाली परेशानी बताई।
- अतिक्रमण नहीं हटाए जाने के कारण दूसरी ओर का रास्ता नहीं बन रहा है।
- रेलवे फाटक आज भी नागरिकों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।
डिजिटल डेस्क,शहडोल। पुरानी बस्ती को जोडऩे वाले अंडर पास का निर्माण रेल प्रशासन द्वारा करा तो दिया गया, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाए जाने के कारण दूसरी ओर का रास्ता नहीं बन रहा है। जिसके कारण रेलवे फाटक आज भी नागरिकों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।
रेलवे फाटक संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने मंगलवार को कलेक्टर से मिलकर एक बार फिर पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि केंद्रीय भूमि के रूप में दर्ज शासकीय जमीनों के सात खसरा नंबरों का सीमांकन चार माह बाद भी नहीं किया जा सका है।
बीते फरवरी माह में कलेक्टर द्वारा सीमांकन के लिए समिति बनाई गई थी, लेकिन सीमांकन आज तक नहीं हो पाया। आवेदन में कहा गया है कि अंडर पास बनाकर एक ओर का रास्ता बना दिया गया है लेकिन दूसरी ओर बस्ती वाली सडक़ इसलिए नहीं बन पा रही है क्योंकि सीमांकन कर अतिक्रमण नहीं हटाए जा रहे हैं।
ऐसी स्थिति में रेलवे फाटक के बंद होने पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। समिति का कहना है कि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर संघर्ष समिति के मोहम्मद यूसुफ, रोहित कटारे, रामजी श्रीवास्तव, विद्याभूषण, सिद्दीक अंसारी, इस्माइल अंसारी, जुनैन खान, मो. समद खान, रजनीश कटारे आदि मौजूद रहे।
लो वोल्टेज की समस्या लेकर बुढ़ार से पहुंचे उपभोक्ता
बुढ़ार के पंचवटी मोहल्ला के उपभोक्ता बिजली की लो वोल्टेज की समस्या से परेशान हैं। मंगलवार को वार्ड क्रमांक 2 व 5 के रहवासी अमन, राजा, रमेश, सीता, छोटेलाल, संतोष, अंजू प्रजापति सहित बड़ी संख्या में वार्डवासी कलेक्ट्रेट पहुंचे।
कलेक्टर को जनसनुवाई में बिजली की लो वोल्टेज से होने वाली परेशानी बताई। यहां लगे सौ केवीए ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाकर दो सौ केवीए करने की मांग रखी। जनसुनवाई में जनपद पंचायत सोहागपुर के ग्राम पंचायत सामतपुर निवासी कृष्णकांत सिंह ने शासकीय प्राथमिक विद्यालय में बाउन्ड्रीवाल निर्माण में गुणवत्ता का पालन नहीं किए जाने, मोहम्मद एजाज निवासी ग्राम पोस्ट खैरहा ने पुत्री शहीना फातमा उम्र 03 वर्ष के ब्लड कैंसर से पीडि़त होने पर आर्थिक मदद की गुहार लगाई।