शिक्षा का महत्व: तीन विद्यालयों में बच्चों के बीच पहुंचे कलेक्टर
- समाज में जागरूकता और प्रगति लाने में शिक्षा की अहम भूमिका
- कलेक्टर ने एक दिन पहले इन विद्यालयों में जाकर बच्चों से मुलाकात और प्रोत्साहन की बात कही थी।
डिजिटल डेस्क,शहडोल। शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शहडोल, शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शहडोल एवं ज्ञानोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शहडोल में शनिवार को कलेक्टर डा. केदार सिंह पहुंचे। बच्चों से मुलाकात की और उनके भविष्य की योजना के बारे में चर्चा की।
कलेक्टर ने एक दिन पहले इन विद्यालयों में जाकर बच्चों से मुलाकात और प्रोत्साहन की बात कही थी। यहां कलेक्टर ने स्कूली छात्र-छात्राओं से संवाद किया। कहा कि शिक्षा का महत्व अत्यधिक है क्योंकि यह व्यक्तिगत और सामाजिक विकास की नींव है।
शिक्षा से व्यक्ति को न केवल ज्ञान और कौशल मिलते हैं, बल्कि यह सोचने की क्षमता और आत्म-निर्णय की शक्ति भी विकसित करती है। यह समाज में समानता, अवसरों की सृजनशीलता, और समस्याओं के समाधान में सहायक होती है।
शिक्षा के माध्यम से व्यक्ति आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास प्राप्त करता है, जिससे उसका जीवन और करियर दोनों बेहतर होते हैं। इसके अलावा, शिक्षा समाज में जागरूकता और प्रगति लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे समृद्ध और संगठित समाज का निर्माण होता है।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत, लगन और योजनाबद्ध तरीके से साथ शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। कलेक्टर ने विद्यार्थियों से भविष्य में क्या बनना चाहते हैं इसकी भी जानकारी ली तो किसी न कहा आईएएस किसी ने एसपी तो किसी ने डॉक्टर, सीए बनने की बात कही।
इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अरविंद शाह, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग आनंद राय सिन्हा, जिला शिक्षा अधिकारी फूल सिंह मरपाची, डीपीसी अमर नाथ सिंह सहित शिक्षक व बड़ी संख्या में बच्चे मौजूद रहे।