नपा ने ही तोड़े नियम: काम्पलेक्स के बेसमेंट पार्किंग स्थल में बना दी दुकानें
- शहर में 30 से अधिक ऐसे स्थल जहां बेसमेंट का हो रहा कमर्शियल व निजी उपयोग
- स्क्वायर मॉल के बेसमेंट में जिम का संचालन किया जा रहा है
- बेंसमेंट एरिया का पार्किंग अथवा स्टोर के रूप में ही किए जाने का प्रावधान है।
डिजिटल डेस्क,शहडोल। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुए जानलेवा हादसे के बाद शहर में भी बेसमेंट एरिया की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा शुरु हो गई है। मुख्यालय में नगरपालिका द्वारा ही नियमों को ताक पर रखकर कर बेसमेंट एरिया के दुरुपयोग की स्थिति सामने आई है।
सीएमओ निवास के बगल में पुराने नगरपालिका भवन के स्थान पर निर्मित विवेकानंद काम्लेक्स के बेसमेंट एरिया में पार्किंग बना था, उसे समाप्त कर बाद में दुकानें बना दी गईं। अब सुरक्षा के लिहाज से उस पर सवाल उठने लगे हैं।
वहीं संभागीय मुख्यालय में 30 से अधिक ऐसे स्थल हैं जहां बेसमेंट एरिया का या ता कमर्शियल या फिर निजी तौर पर उपयोग किया जा रहा है। इनमें कई ऐसे बेसमेंट हैं जहां की सुरक्षा की समीक्षा किए जाने की जरूरत है।
गौरतलब है कि बेंसमेंट एरिया का पार्किंग अथवा स्टोर के रूप में ही किए जाने का प्रावधान है। इसके अलावा उपयोग करने की स्थिति में नगरपालिका से पृथक से अनुज्ञा की आवश्यकता होती है। दिल्ली में हुए हादसे के बाद नगरपालिका द्वारा सारी स्थितियों का सर्वे का कार्य शुरु कर दिया गया है।
जल भराव तो नहीं, अन्य सुरक्षात्मक मादपण्डों की अनदेखी
नगरपालिका के शॉपिग काम्पलेक्स में जल भराव की स्थिति तो फिलहाल नहीं दिख रही है, लेकिन पार्किंग स्थल बेसमेंट एरिया में दुकानें बन जाने के बाद संकरी गलियों में अनहोनी की आशंका पर परेशानियां खड़ी हो सकती हैं। दुकानों में रसोई जैसे कार्य गैस रखकर किया जा रहा है।
वहीं के स्क्वायर मॉल के बेसमेंट में जिम का संचालन किया जा रहा है। जलभराव की आशंका तो नहीं लेकिन अन्य हादसों की स्थिति में अप्रिय हालात जरूर उत्पन्न हो सकते हैं। क्योंकि इंट्री व निकासी एक ही जगह से है। इसी प्रकार अन्य कई जगहों पर दुकानें व स्टोर बेसमेंट में पाए गए हैं। जिनका नगरपालिका सर्वे कर रही है।
शुरु हो चुका है सर्वे : सीएमओ
मुख्य नगरपालिका अधिकारी अक्षत बुंदेला का कहना है कि शहर में 30-32 भवन ऐसे हैं जहां बेसमेंट है। अनुज्ञा तथा अन्य सुरक्षा की स्थिति का सर्वे कराया जा रहा है। इसके बाद जहां-जहां कमियां पाई जाएंगी, सबको नोटिस दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि आम नागरिक बेसमेंट संबंधी शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं तो उनके संपर्क कर सकते हैं या कार्यालय में बता सकते हैं। उनके चाहने पर शिकायकर्ता का नाम गोपनीय रखा जाएगा। बिना नाम से मिले पत्र के अनुसार भी जांच कराई जाएगी।