शहडोल: अमरकंटक एक्सप्रेस के एसी में बेकार मिले चादर, कंबल तो जैसे धुलते ही नहीं

  • यात्रियों ने कहा- किराया मंहगा होने के बाद भी नहीं मिल रही सुविधा
  • एसी में सफर करने वाले दूसरे यात्रियों की भी यही समस्या है।
  • इन ट्रेनों में शहडोल से रायपुर तक पांच घंटे का सफर भी मुश्किल से पूरा होता है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-05 10:53 GMT

डिजिटल डेस्क,शहडोल। सुपरफास्ट, एक्सप्रेस व दूसरी स्पेशल ट्रेनों के एसी कोच में चादर, कंबल गंदा व उपयोग किया हुआ मिलना बड़ी समस्या बनती जा रही है। अमरकंटक एक्सप्रेस में 3 सितंबर को सफर कर रहे शहडोल के यात्री प्रभात शुक्ला ने बताया कि थर्ड एसी बी-4 कोच में यात्रा के दौरान चादर पूरी तरह से बेकार मिला। दाग लगा हुआ था।

तकिया भी पुराने थे। एसी में सफर करने वाले दूसरे यात्रियों की भी यही समस्या है। शहडोल के रतन रिठवानी बताते हैं कि गंदी बदबूदार चादरें, डस्ट वाले कंबल, रूमाल जैसे तकिया और नैपकिन तो कोरोना के बाद दिखे ही नहीं। शहडोल से गुजरने वाली ज्यादातर यात्री ट्रेनों में एसी कोच की यही हकीकत है। सफर के दौरान एसी कोच में अनुभव को लेकर सुमिता शर्मा का कहना है कि चादर में दाग लगे होते हैं, कंबल तो जैसे धुलते ही नहीं हैं।

ठेकेदारों ने किरकिरा किया सफर

एसी में सफर के दौरान साफ चादर, कंबल नहीं मिलने को लेकर यात्रियों का कहना है कि रेलवे ने जब से व्यवस्था निजी ठेकेदारों को सौंपी है, तब से ही परेशानी बढ़ गई है। उत्तरप्रदेश व बिहार की ओर से आने वाली ज्यादातर यात्री ट्रेनों में चादर, कंबल गंदे होते हैं। इन ट्रेनों में शहडोल से रायपुर तक पांच घंटे का सफर भी मुश्किल से पूरा होता है।

मॉनीटरिंग में गोलमाल

एसी कोच में चादर, कंबल, तकिया व रूमाल की गुणवत्ता परखने के लिए मॉनीटरिंग की व्यवस्था रेलवे ने की है। यात्रियों का कहना है ठेकेदारों के इशारे पर मॉनीटरिंग कामचलाऊ होती है। जिसका खामियाजा सफर के दौरान यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।

- यात्रियों को परेशानी हो रही है तो शिकायत दर्ज करवाएं। संबधित विभाग को भेजकर व्यवस्था दुरूस्त करवाएंगे।

विपुल सुस्कर सीपीआरओ एसईसीआर बिलासपुर

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