Shahdol News: कचरे के बीच स्वच्छता ही सेवा अभियान

  • जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के घर पर सफाईकर्मियों की ड्यूटी
  • कचरा उठाने में लगातार बरती जाने वाली लापरवाही के कारण आसपास के रहवासी परेशान हैं।
  • सरकारी घर पर अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग कर्मियों की तैनाती की गई है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-21 13:12 GMT

Shahdol News: शहर में जेल रोड से गायत्री मंदिर पहुंच मार्ग पर न्यायाधीश के बंगला के सामने पेड़ के पत्तों का कचरा, कमिश्नर बंगला से पुलिस लाइन पहुंच मार्ग पर सडक़ किनारे जगह-जगह कचरे का अंबार। वार्ड क्रमांक 23 में श्रीराम किराना दुकान के पीछे की पूरी सडक़ पर अलग-अलग स्थानों पर कचरा और गंदगी, हाउसिंग बोर्ड में पानी टंकी के समीप मुख्य मार्ग पर कचरे का ढेर।

स्वच्छता ही सेवा के देशव्यापी अभियान के बीच शहर में सफाई के नाम औपचारिकता के और भी कई उदाहरण हैं। नगर पालिका में सफाई कर्मियों की फौज है पर ज्यादातर सफाईकर्मी जनप्रतिनिधियों के घर से लेकर अधिकारियों के घर पर ड्यूटी कर रहे हैं। इसका असर सडक़ों पर कचरे के रुप में दिख रहा है।

नगर पालिका के एक अधिकारी का ठाठ ऐसा है कि सरकारी घर पर अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग कर्मियों की तैनाती की गई है। झाडू-पोछा के लिए अलग कर्मचारी तो खाना बनाने के लिए अलग। बच्चों को लाने ले जाने के लिए अलग कर्मचारी तो सफाई के लिए अलग। यही स्थिति जनप्रतिनिधियों के घरों पर भी है।

कई कर्मचारी जो वेतन को पार्क व दूसरे स्थान पर काम का पाते हैं, लेकिन काम जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के घर पर कर रहे हैं। जानकार बताते हैं कि कर्मियों की ऐसी ड्यूटी के कारण ही सार्वजनिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने पर असर पड़ता है।

वार्ड क्रमांक 28 में मुख्य मार्ग के किनारे कचरे का अंबार। शुक्रवार दोपहर 3.47 बजे तक यहां पर कचरा नहीं उठा था। आसपास के रहवासियों ने बताया कि कचरा उठाने के लिए नगर पालिका के कर्मचारी नियमित रूप से नहीं आते हैं।

डिग्री कॉलेज मैदान के पीछे की सडक़ पर कचरे की यह तस्वीर शुक्रवार सुबह 11.04 बजे की है। वार्डवासियों ने बताया कि यहां मुख्य मार्ग ही कचराघर में तब्दील हो गया है। कचरा उठाने में लगातार बरती जाने वाली लापरवाही के कारण आसपास के रहवासी परेशान हैं।

घरों पर काम लेना ठीक नहीं

नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ने बताया कि कर्मचारियों की ड्यूटी घर पर लगाना ठीक नहीं है। यह व्यवस्था बदलनी चाहिए। सफाई का काम सुचारू रूप से चले इसके लिए सफाई कर्मियों का ड्र्रेस कोड लागू किया गया है।

सभी सफाईकर्मी नीले रंग का कपड़ा पहनेंगे। इससे यह भी पता चलेगा कि नगर में भ्रमण के दौरान आसपास कचरा व गंदगी देखकर सफाईकर्मियों द्वारा कहीं लापरवाही तो नहीं बरती जा रही है। यह व्यवस्था शीघ्र लागू होगी।

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