Shahdol News: हादसों से बचाने मवेशियों को लगा रहे रेडियम बेल्ट
- सराहनीय पहल : गौ सेवकों द्वारा कराया जाता है घायल मवेशियों का उपचार
- संस्थान के सदस्यों द्वारा प्रतिदिन 10-12 निराश्रित पशुओं का रेस्कयू कर प्राथमिक उपचार किया जाता है।
- ग्राम पंचायतों के किसानों की फसलों के नुकसान होने से भी बचाया जा सकेगा।
Shahdol News: सडक़ों पर विचरण करने वाले छुट्टा निराश्रित मवेशी अक्सर सडक़ हादसों का शिकार हो जाते हैं। रात के समय सडक़ पर बैठे मवेशी चालकों को नजर नहीं आते और वाहन से उनसे टकरा जाते हैं। ऐसी स्थितियों को देखते हुए जहां प्रदेश सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है वहीं शहर के कुछ युवाओं द्वारा पहल की जा रही है।
जिसके तहत हर रोज निराश्रित मवेशयों के गले में रेडियम युक्त बेल्ट लगाए जा रहे हैं ताकि रात के समय आसानी से मवेशी नजर आ जाएं। निराश्रित पशुओं का जीवन बचाने के लिए अटल कामधेनू गौ-संस्थान द्वारा कार्य किया जा रहा है।
संस्थान के गौरव राल्ही मिश्रा ने बताया कि मुख्य मार्गों में रात के समय मवेशियों को सडक़ हादसे से बचाने के लिए रेडियम बेल्ट बांधने का अभियान चलाया जाता है। अभी तक 3 हजार से अधिक जानवरों को रेडियम बेल्ट बांधकर उनका जीवन बचाया गया है।
इसी प्राकर संस्थान के सदस्यों द्वारा प्रतिदिन 10-12 निराश्रित पशुओं का रेस्कयू कर प्राथमिक उपचार किया जाता है। गर्मी के दिनों में मवेशियों के लिए सार्वजनिक स्थलों में पेयजल, खाने के लिए चरा-भूसा इत्यादि की व्यवस्था की जाती है।
गौशाला में 190 गौवंशों को मिला आश्रय
जनपद पंचायत जयसिहंनगर के ग्राम पंचायत सीधी में बनाए गए गौशाला में 190 गौवंशों को रहने का आश्रय मिला हैं। जिन्हें अब खाने के लिए चरा-भूसा, देखभाल जैसी अन्य सुविधाएं दी गई है। निराश्रित गौवंश को गौशाला में रखने से ग्राम पंचायतों के किसानों की फसलों के नुकसान होने से भी बचाया जा सकेगा।