Shahdol News: स्वयं के घर के सपने पर नगर पालिका का अड़ंगा, चक्कर लगाते परेशान नागरिक

  • प्रापर्टी आईडी जारी करने में लेटलतीफी
  • ऐसे में अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठता है।
  • समस्या का निदान अधिकारियों को समय रहते करना चाहिए।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-16 12:43 GMT

Shahdol News: नगर पालिका क्षेत्र में नए निर्माण से पहले अनुमति और उससे भी पहले प्रापर्टी आईडी के लिए लोग नगर पालिका कार्यालय के चक्कर लगाते परेशान हैं। कई आवेदक ऐसे हैं जिन्हे आवेदन के बाद 20 से भी ज्यादा दिन बीत जाने के बाद भी प्रापर्टी आईडी जारी नहीं हुई।

चूकि भवन निर्माण अनुज्ञा के लिए प्रापर्टी आईडी जरूरी होता है ऐसे में आईडी नहीं मिलने से नागरिक निर्माण अनुज्ञा के लिए आवेदन ही नहीं कर पा रहे हैं। लेटलतीफी का सबसे बड़ा नुकसान ऐसे भी हो रहा है कि शुभ मुहुर्त निकल जाता है और लोग घर निर्माण का काम प्रारंभ नहीं कर पाते हैं।

नागरिकों ने बताया कि आवेदन के बाद नगर पालिका द्वारा दस अंकों की प्रापर्टी आईडी जारी की जाती है। इसी नंबर के साथ भवन निर्माण अनुज्ञा का आवेदन होता है। नागरिकों ने बताया कि आईडी जारी करने में सीएमओ के स्तर पर विलंब हो रहा है। सबसे ज्यादा नुकसान उनके अवकाश पर जाने के कारण होता है।

जैसे की वर्तमान में ही वे 24 अक्टूबर तक अवकाश पर हैं। इस बीच उन्होंने प्रभार तो इंजीनियर शरद द्विवेदी को दे दिया है, लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि काम करने की छूट नहीं होती है। ऐसे में नागरिक सीएमओ के वापस लौटने का इंतजार करने विवश रहते हैं।

समय पर अनुज्ञा जारी नहीं होने से बढ़ा अवैध निर्माण

नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ने बताया कि प्रापर्टी आईडी जारी करने में विलंब के सवाल पर अधिकारियों द्वारा पोर्टल नहीं चलने की बात कही जाती है। अगर यह समस्या डेढ़ साल से है तो अब तक सुधार क्यों नहीं किया। इसके अलावा कुछ लोगों की आईडी फौरन ही कैसे जारी हो जाती है। ऐसे में अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठता है। दूसरी ओर समय पर निर्माण की अनुज्ञा नहीं मिलने से लोग निर्माण प्रारंभ करते हैं, जिसे अवैध करार देकर जुर्माना लगाया जाता है। शहर में अवैध निर्माण बढऩे का एक कारण यह भी है। इस समस्या का निदान अधिकारियों को समय रहते करना चाहिए।

ऐसे समझेें नागरिकों की परेशानी

केस 1- रवि कुमार पाठक ने 17 सितंबर को प्रापर्टी आईडी के लिए नगर पालिका में आवेदन किया तो अब तक आईडी जारी नहीं हुई।

केस 2 - 17 सितंबर को ही आवेदन कर वार्ड 23 निवासी चंद्रशेखर पाल प्रापटी आईडी नहीं मिलने से परेशान हैं।

केस 3 - पुष्पेंद्र नायक निवासी बुढ़ार रोड 4 सितंबर को प्रापर्टी आईडी के लिए आवेदन करने के बाद लगातार कार्यालय के चक्कर लगाते परेशान हैं। अब तक आईडी जारी नहीं हुई।

पहले दबाव बनाने का खेल, फिर मैनेज करने दलाल सक्रिय

भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ करने के लिए लोग एक शुभ मुहूर्त तय करते हैं। इस मुहूर्त से पहले अनुमति नहीं मिली तो कई बार बिना अनुमति के ही कार्य प्रारंभ करने के लिए विवश हो जाते हैं।

ऐसे निर्माण में नगर पालिका फिर अनुमति जारी नहीं करती है। अनुमति जारी करती भी है तो कई गुना जुर्माना लगाती है। ऐसे निर्माण में निर्माणकर्ता पर कई तरह से दबाव बनाया जाता है। भवन तोडऩे की बात कही जाती है और मैनेज करने के लिए दलाल भी सक्रिय हो जाते हैं।

Tags:    

Similar News