Shahdol News: आरोपियों को पकडऩे की बजाय चोट के कारण तलाशने में जुटी पुलिस

  • घटना के चार दिन बाद भी एफआईआर नहीं
  • सोडा फैक्ट्री गेट के बाहर ड्राइवर की कथित हत्या का मामला
  • जनचर्चा यह भी है कि चचाई पुलिस मामले को उलझाने की पूरी कोशिश मेें जुटी है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-05 13:34 GMT

Shahdol News: ओपीएम (ओरियंट पेपर मिल) सोडा फैक्ट्री गेट के बाहर 30 सितंबर की रात लगभग 11.30 बजे टैंकर ड्राइवर बलराज सिंह के साथ विवाद और बुढ़ार अस्पताल में डॉक्टर द्वारा मृत घोषित किए जाने मामले में अनूपपुर जिले की चचाई पुलिस ने चार दिन बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की। शुक्रवार को पुलिस इस मामले से जुड़े आरोपियों को पकडऩे के बजाए पीएम रिपोर्ट में सिर में गंभीर चोट और हाथ, कमर व पैर में गहरे जख्म के कारण तलाशने में जुटी रही। जनचर्चा यह भी है कि चचाई पुलिस मामले को उलझाने की पूरी कोशिश मेें जुटी है।

खंगाल रहे सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर-अनूपपुर एसपी मोतीउर्रहमान ने बताया कि शुक्रवार को जांच टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। इसके अलावा सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) भी खंगाले जा रहे हैं कि घटना के दौरान मौके पर कौन लोग मौजूद रहे। बलराज को अस्पताल में भर्ती किए जाने के दौरान ओपीडी पर्ची में दर्द व बुखार की दवा लेने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी गई है। वहीं पीएम रिपोर्ट में सिर में गंभीर चोट की बात है।

शव को ठिकाने लगाने की थी तैयारी-बुढ़ार के समाजसेवी सौरभ सिंह मनु ने बताया कि एक अक्टूबर की सुबह ड्राइवर बलराज सिंह का शव लेने के लिए रिश्तेदार बताकर कोई दूसरा व्यक्ति पहुंच गया था। अस्पताल स्टॉफ उसे शव देने के लिए तैयार भी हो गया था। तभी नागरिकों ने आधार व दूसरे पहचान के दस्तावेज मांगे तो पता चला कि जो शव लेने आया है उसका मृतक से दूर-दूर तक नाता नहीं है। तब उसने अपना नाम अलबर्ट बताया और मृतक के पुत्र का दोस्त बताया। इसके बाद उसे शव नहीं दिया गया। मृतक के पुत्र व रिश्तेदार रात में पहुंचे तब शव दिया गया।

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