Shahdol News: दुकान व बड़े घर मालिकों ने नहीं किया पार्किंग का इंतजाम, सडक़ को बनाया पार्किंग
- आधी सडक़ पर वाहनों का कब्जा
- आधी सडक़ों पर वाहनों के कब्जे को देखते हुए सवाल उठाए जा रहे हैं
- इमरजेंसी में एम्बुलेंस या फायर बिग्रेड जैसे वाहन प्रवेश नहीं कर पाते।
Shahdol News: संभागीय मुख्यालय का दर्जा मिलने के बावजूद शहर की यातायात व्यवस्था पटरी पर नहीं लौट पा रही है। शहर की जो सडक़ें 8 से 10 मीटर तक चौड़ी हैं उनमें आधे से अधिक हिस्से में वाहनों को खड़ा करके रखा जाता है। मेन चौराहों से लेकर बस्तियों व मेन रोड की सडक़ों के किनारे वाहन खड़े होते हैं। वाहनों की लगातार बढ़ती संख्या के बावजूद पार्किंग स्थल नहीं बनाया जा सका। यही कारण है कि सडक़ों पर चलना मुश्किल हो रहा है। इस दिशा में न तो नगरपालिका, यातायात विभाग और न ही जिला प्रशासन की ओर से पहल की जा रही है।
बड़ा सवाल-क्या पार्किंग के लिए कराया सडक़ों का चौड़ीकरण
आधी सडक़ों पर वाहनों के कब्जे को देखते हुए सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या प्रशासन द्वारा पार्किंग के लिए चौड़ीकरण कराया जाता है। जय स्तंभ से गांधी चौक, गांधी चौक से इंदिरा चौक तक, जैन मंदिर रोड, इंदिरा चौक से मॉडल रोड और बस स्टैंड रोड सहित सभी मुख्य सडक़ों पर चार पहिया वाहनों का कब्जा रहा आता है। उक्त सभी सडक़ों का चौड़ीकरण कुछ साल पहले ही कराया गया था।
आवासों का निर्माण सडक़ तक लेकिन पार्किंग नहीं
बसाहट वाले इलाकों का हाल और बदतर है। कालोनियों एवं बस्तियों में लोगों द्वारा आवासों का निर्माण बिलकुल सडक़ तक कराया जाता है। सीढ़ी बाहर निकाली जाती है, लेकिन स्वयं के ही वाहनों को खड़ा करने के लिए जगह नहीं बनाई जाती, कार व अन्य चार पहिया वाहनों को कालोनी की सडक़ों पर खड़ा करके रखा जाता है। इमरजेंसी में एम्बुलेंस या फायर बिग्रेड जैसे वाहन प्रवेश नहीं कर पाते।
- पार्किंग और यातायात व्यवस्था कैसे सुधर सकती है, इसको लेकर जल्द ही नगरपालिका, यातायात और राजस्व विभाग की बैठक बुलाकर चर्चा की जाएगी।
अरविंद कुमार शाह, एसडीएम