Shahdol News: बिजली की घोषित-अघोषित कटौती से ग्रामीणजन त्रस्त, कोई सुनवाई नहीं
- दिन में कई बार ट्रिपिंग व लो वोल्टेज ने किया परेशान
- आउटसोर्स पर चलने वाला सुधार का कार्य लेटलतीफी का शिकार हो जाता है।
- सब स्टेशन सिंहपुर अंतर्गत दर्जनों गांव भरी बरसात बिजली का संकट झेल रहे हैं।
Shahdol News: ग्रामीण इलाकों में व्याप्त बिजली की समस्या पूर्व कालीन दिग्विजय सरकार की याद दिला रही है, जब 24 घंटे में 10-12 घंटे ही आपूर्ति हो पाती थी। वर्तमान में कहने को तो 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन जमीनी तौर पर ऐसा कुछ भी नहीं है। दिन-रात कई बार ट्रिपिंग से बिजली बंद रहने के अलावा लो वोल्टेज सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है।
कभी मेंटिनेंस के नाम पर तो कभी फाल्ट सुधारने में लंबा समय लगने का बहाना बनाकर कई-कई घंटे आपूति बंद रखी जाती है। बिजली आपूर्ति बाधित रहने से परेशान ग्रामीण जब विभाग में शिकायत दर्ज कराते हैं तो संतोषजनक जवाब नहीं मिलता।
सब स्टेशन सिंहपुर अंतर्गत दर्जनों गांव भरी बरसात बिजली का संकट झेल रहे हैं। सिंहपुर गांव को मेन लाइन से जोडक़र बाकी गांव को एक साथ जोडक़र रखा गया है। बोडऱी फीडर से जुड़े 24 से अधिक गांव में पूरे समय कभी भी बिजली नहीं रहती। पड़मनियां, नरगी, पड़रिया, उधिया जैसे गांवों में यदि कहीं फाल्ट आ गया तो 5-6 घंटे बिजली नहीं आने वाली। तीनों फेस में आपूत्रि 4-5 घंटे मिल जाए तो बड़ी बात।
लगातार टूट रहे पुराने तार
उधिया सहित अन्य गांवों में बिजली समस्या का बड़ा कारण पुराने हो चुके बिजली के तार व स्टुमेंट भी जिम्मेदार हैं। शासन द्वारा आर्मड के बिल लगाए जा रहे हैं लेकिन गांव अभी अछूते हैं। जिसके कारण 40 साल पुराने हो चुके तार हवा के हल्के झोंको से टूट जाते हैं। आउटसोर्स पर चलने वाला सुधार का कार्य लेटलतीफी का शिकार हो जाता है।