Shahadol News: शहरी आबादी के लिए ऑक्सीजन टैंक बनाने 2 साल में जमीन चिन्हित नहीं

  • केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी नगर वन योजना के लिए सीसीएफ ने दो साल में तीन बार लिखी चिट्ठी
  • संभाग के चारों डीएफओ से प्रोजेक्ट रिपोर्ट का इंतजार
  • केंद्र सरकार द्वारा तय गाइडलाइन अनुसार प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर डीएफओ से जानकारी मांगी गई।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-16 08:26 GMT

Shahdol News: शहरी आबादी के लिए ऑक्सीजन टैंक तैयार करने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी नगर वन योजना (सिटी फॉरेस्ट) के लिए दो साल में जगह चिन्हित नहीं हुई। इसके लिए सीसीएफ शहडोल द्वारा अलग-अलग समय में संभाग के चारों डीएफओ, नार्थ व साउथ शहडोल के साथ ही उमरिया व अनूपपुर को दो साल में तीन बार चिट्ठी लिखी गई।

फिर भी डीएफओ से सिटी फॉरेस्ट तैयार करने लिए उपयुक्त जमीन और प्रोजेक्ट रिपोर्ट का इंतजार है। केंद्र सरकार द्वारा कोरोना काल में शहर के आसपास सिटी फॉरेस्ट तैयार करने के लिए 5 जून 2020 को नगर वन योजना की शुरूआत की गई। उद्देश्य था कि शहरी आबादी के लिए आक्सीजन का बेहतर स्रोत तैयार हो सके और लोग परिवार के साथ समय भी बिता सकें।

कब-कब लिखी डीएफओ को चिट्ठी

शहरी वनीकरण व हरियाली को लेकर भारत सरकार पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा 17 जनवरी 2023 को प्रदेश सरकार को पत्राचार किया गया। इसके बाद सीसीएफ शहडोल ने 21 नवंबर 2023 को पहली चिट्ठी लिखी। दूसरी चिट्ठी 22 अप्रैल 2024 और इसके बाद तीसरी चिट्ठी 13 मई 2024 को लिखी गई। सभी पत्र में केंद्र सरकार द्वारा तय गाइडलाइन अनुसार प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर डीएफओ से जानकारी मांगी गई।

शहरी आबादी के लिए इसलिए महत्वपूर्ण

सिटी फॉरेस्ट के लिए कम से कम 10 हेक्टेयर और अधिकतम 50 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी।

जगह चयन पर इस बात को ध्यान रखना होगा कि शहरी बसाहट से ज्यादा दूर नहीं हो। अधिकतम दूरी 10 किलोमीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

नगर वन में पीपल, बरगद व नीम सहित अन्य छायादार व फलदार पौधों का रोपण होगा।

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