आरोप: पंचायत ने शासकीय भवन निजी स्कूल को दिया किराए पर
- जनवरी 15 से कोष में भी नहीं जमा हुआ किराया
- किराया करीब 116 महीनों का पंचायत के खाते मेंं जमा नहीं कराया जा रहा है।
- शिकायत की जांच कराकर वस्तुस्थिति का पता लगाया जाएगा
डिजिटल डेस्क,शहडोल। जनपद पंचायत सोहागपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत अमरहा में शासकीय भवन को निजी स्कूल को किराए पर देने तथा वसूला जाने वाला किराया शासकीय कोष में जमा नहीं कराने के आरोप लगाए गए हैं।
गांव के आरपी राठौड़ व अन्य ग्रामीणों द्वारा कमिश्नर को दिए गए लिखित शिकायत में आरोपित किया गया है कि पंचायत की बैठकों व प्रशिक्षण आदि के लिए सरकारी जमीन पर निर्मित कर्मशाला भवन को जनवरी 2015 में अशासकीय राजपूत स्कूल को अनाधिकृत रूप से किराए पर दे दिया गया, तब से उसमें विद्यालय संचालित है।
चार कमरों का आने वाले किराया करीब 116 महीनों का पंचायत के खाते मेंं जमा नहीं कराया जा रहा है। पूर्व में हुई शिकायत के बाद आरईएस के अधिकारियों ने जांच में आरोप सही पाए थे, लेकिन आज तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई।
पंचायत के पास रिकार्ड ही नहीं
इस संबंध में जब पंचायत सचिव आशाराम से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत के पास ऐसा कोई रिकार्ड नहीं है जिससे यह पता चले कि सरकारी जमीन पर बना भवन पंचायत का है अथवा नहीं।
इस सवाल पर कि जब पंचायत भवन परिसर में सरकारी जमीन पर निर्माण है तो निजी कैसे हो सकता है, जवाब दिया कि पूर्व सचिव द्वारा वर्ष 2019 के पहले का कोई रिकार्ड प्रभार में नहीं दिया गया।
शिकायत की जांच कराकर वस्तुस्थिति का पता लगाया जाएगा, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
राजेश जैन, सीईओ जिला पंचायत