शहडोल: धोखे से चाबी हासिल कर बैंक लाकर से उड़ाए थे ज्वेलरी व 20 लाख की एफडी
- पुलिस ने बैंक के हाउस कीपर को किया गिरफ्तार, संलिप्त बैंक कर्मी की तलाश
डिजिटल डेस्क,शहडोल। बुढ़ार स्थित यूनियन बैंक के लाकर से एसईसीएल के रिटायर्ड कर्मचारी के बैंक लाकर से ज्वेलरी व 20 लाख के एफडी गायब करने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी कोई और नहीं बल्कि बैंक का तथाकथित हाउस कीपर रामप्रकाश रावत 25 वर्ष निवासी मेडिय़ारास निकला, जिसने लॉकर की चाबी धोखे से हासिल कर बैंक कर्मी से मिलीभगत कर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था। पुलिस अब उस बैंक कर्मी की तलाश कर रही है जिसने धोखाधड़ी में रामप्रकाश का साथ दिया था।
गौरतलब है कि एसईसीएल से रिटायर्ड कर्मचारी कमलदास पनिका ने अपनी बेटी के नाम से बैंक में लाकर लेकर रखा है। जिसमें जेवरात, महत्वपूर्ण दस्तावेज के साथ 10-10 लाख की दो एफडी रखी थी। एफडी का ब्याज मिलना बंद होने पर बैंक जाकर पता किया तो पता चला कि एफडी की राशि निकल चुकी है।
शिकायत पर बुढ़ार पुलिस की पड़ताल में पता चला कि हाउस कीपर प्रकाश रावत ने शातिर तरीके से लाकर की चाबी उनकी बेटी से धोखे से हासिल कर ज्वेलरी व एफडी को फर्जी साइन से कैश करा लिया।
हड़पे हुए पैसों से प्रकाश कीमती मोबाइल, बाइक व अन्य शौक पूरा कर दोस्तों को महंगी पार्टियां देकर ऐश करता था। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर पैसा हड़पने के मामले में उसका साथ देने वाले बैंक के अधिकरी के खिलाफ भी मामला दर्ज कर तलाश शुरु कर दिया है।
बैंक की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
बुढ़ार केे उपभोक्ता व्यापारी बल्लू विशदासनी ने भी इसी बैंक के लॉकर से 20 लाख के जेवरात गायब होने की शिकायत की थी। बाबू लाल चौधरी नामक उपभोक्ता के खाते से पैसा गायब होने का मामला भी सामने चुका है।
अब लॉकर से एफटी व गहने गायब होने के मामले ने सबसे सुरक्षित माने जाने वाले बैंक लॉकर की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कहा जा रहा है कि लॉकर की चाबी यदि आरोपी ने हासिल कर भी लिया तो खोलने के लिए बैंक अधिकारी की मौजूदगी व उपभोक्ता की सहमति जरूरी होता है। फिलहाल पुलिस इस सवाल का जवाब तलाशने में जुटी है।