शहडोल: जल गंगा संवर्धन अभियान में सफाई कर्मियों के भरोसे तालाबों की सफाई जनभागीदारी से होने वाली सफाई में नहीं जुड़ रहे आमजन

  • जल गंगा संवर्धन अभियान में सफाई कर्मियों के भरोसे तालाबों की सफाई
  • जनभागीदारी से होने वाली सफाई में नहीं जुड़ रहे आमजन
  • जो पहुंचते भी हैं तो फोटो खिंचवाकर चले जाते हैं

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-16 11:30 GMT

डिजिटल डेस्क, शहडोल। जल गंगा संवर्धन अभियान में जनभागीदारी से होने वाली तालाबों की सफाई नगर पालिका के सफाई कर्मियों के भरोसे है। इसका सीधा नुकसान शहर में उन नागरिकों को उठाना पड़ रहा है जिनके मोहल्ले की नालियां जाम है और गंदा पानी सडक़ पर बह रहा है। ऐसे लोग समस्या से पार्षद को अवगत करवा रहे हैं तो पार्षद भी सफाईकर्मी नहीं मिलने से परेशान हैं। पार्षदों का दो टूक कहना है कि जल गंगा संवर्धन अभियान में तालाबों की सफाई जनभागीदारी से होनी है तो लोगों को जोडक़र ही काम करवाना चाहिए। दूसरी ओर तालाबों में कुछ लोग पहुंचते भी हैं तो फोटो खिंचवाकर चले जाते हैं। सफाई के नाम खानापूर्ति ही होती है।

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वार्ड क्रमांक 19 के पार्षद सिल्लु रजक ने बताया कि बड़े तालाब के किनारे ही नाली जाम है। नाली का पानी बहकर कई बार तालाब में भी जाने लगता है। नगर पालिका में कई बार कहने के बाद भी सफाई नहीं हुई तो सीवर लाइन वालों की मशीन लाकर सफाई करवाया। वार्ड में नालियों की सफाई के लिए नियुक्त सफाईकर्मी की दूसरे कार्यों में ड्यूटी लगाने से नालियों की सफाई नहीं हो पा रही है।

हमारे वार्ड के मतनी टोला, कट्टी मोहल्ला, नया मोहल्ला सहित अन्य स्थानों पर नालियां जाम है। सफाई की भी समस्या है। सफाई कर्मियों के प्रबंधन में पूरी तरह से स्वच्छता प्रभारी दोषी हैं। जिसकी बेपरवाही के कारण वार्डवासियों को परेशान होना पड़ रहा है। सफाई और स्वच्छता के मामले में यह परिषद तो गठन के बाद भी नाकाम साबित हुई है।

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शक्ति लक्षकार पार्षद

वार्ड के विवेक नगर, पटेल नगर, पुलिस लाइन के पीछे, आदर्श कॉलोनी के नागरिक नालियों की सफाई नहीं होने की शिकायत लगातार दर्ज करवा रहे हैं। सफाई के लिए बात करते हैं तो पता चलता है कि सफाईकर्मी तालाब की सफाई में लगे हैं। इससे नालियों की सफाई नहीं हो पा रही है। 16 जून तक बारिश पूर्व तैयारी नहीं हुई तो पानी गिरने के बाद जाम नाली से लोगों के घरों में पानी भरने की नौबत आ सकती है।

कुंतला दीक्षित पार्षद

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