शहडोल: कलेक्टर-आरटीओ के निर्देश बेअसर, मालवाहक वाहनों में बेरोकटोक हो रही यात्रियों की ढुलाई

  • ऑटो में नहीं थम रहा ओवरलोडिंग का सिलसिला
  • बिजली आपूर्ति बाधित होने से काम पर असर पडऩा जैसे रोज की समस्या हो गई है।
  • मालवाहक वाहन पर यात्री ढुलाई की यह तस्वीर जमुई ग्राम की है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-16 10:14 GMT

डिजिटल डेस्क,शहडोल। मालवाहक वाहनों पर यात्री परिवहन रोकने के लिए कलेक्टर वंदना वैद्य व आरटीओ आशुतोष भदौरिया का 6 मार्च को जारी निर्देश बेअसर साबित हुआ है। शहर के आसपास मुख्य मार्ग पर पीकअप सहित अन्य मालवाहक वाहनों पर यात्री ढुलाई बेरोकटोक जारी है।

इसके साथ ही ऑटो में भी ओवरलोड सवारी ढोई जा रही है। यह स्थिति तब है जब कुछ दिन पहले ही डिंडोरी में पीकअप वाहन पलटने से 14 यात्रियों की मौत हो गई थी। ऑटो में भी ओवरलोडिंग के कारण हादसे के मामले सामने आते रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि नियमों के पालना में आरटीओ का उदासीन रवैया चिंताजनक है।

ताक पर नियम

मालवाहक वाहन पर यात्री ढुलाई की यह तस्वीर जमुई ग्राम की है। एनएच-43 पर ऐसे नजारे आम बात हो गई है। खासबात यह है कि मालवाहक वाहनों पर यात्री ढुलाई आरटीओ कार्यालय के सामने से हो रहा है।

यहां मुख्य मार्गों से लेकर शहर में प्रवेश के साथ ही बाईपास निर्माण व शहर के अंदर भी सिंहपुर रोड पर मालवाहक वाहनों पर यात्री ढुलाई हो रही है।

आरटीओ कार्यालय में भी अव्यवस्थाओं का अंबार

शहडोल स्थित आरटीओ कार्यालय में अवस्थाओं के कारण करोड़ों रूपए की लागत से तैयार भवन खंडहर में तब्दील हो रहा है। यहां प्रवेश के साथ ही हाल में ऑटो को रख दिया गया है।

यह ऑटो दो साल से ज्यादा समय से भवन के अंदर ही रखा है। एक कक्ष में दस्तोवज में बेतरतीब ढंग से रखा गया है। बिजली आपूर्ति बाधित होने से काम पर असर पडऩा जैसे रोज की समस्या हो गई है।

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