भास्कर पड़ताल: होर्डिंग्स में मनमानी, प्रशासन नतमस्तक

  • शैक्षणिक संस्थान के समक्ष व परिसर में होर्डिंग्स नहीं लगाने संबंधी नियम का खुलेआम उलंघन फिर भी कार्रवाई नहीं
  • अभिभावकों का कहना है कि अचानक आंधी तूफान चलने से इसका नुकसान छात्रों को भी हो सकता है।
  • मकानों पर होर्डिंग्स लगाने वाले मकान मालिकों को नगर पालिका ने नोटिस जारी करना प्रारंभ किया है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-25 09:54 GMT

डिजिटल डेस्क,शहडोल। शहर में होर्डिंग्स का स्थान चयन करने में खुलेआम नियमों का उलंघन होने के बाद भी नगर पालिका व प्रशासन के अधिकारी कार्रवाई करना तो दूर दस साल से जैसे आंख मूंदे बैठे रहे। मध्यप्रदेश आउटडोर मीडिया पॉलिसी 2017 में स्पष्ट उल्लेख है कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान के समक्ष व परिसर पर होर्डिंग्स नहीं लगाए जाएंगे।

इधर, संभाग मुख्यालय में शासकीय रघुराज उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रवेश द्वार के सामने और शासकीय लक्ष्मी बाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की बाउंड्रीवाल से सटकर ही होर्डिंग्स तने हैं।

इन स्थानों पर होर्डिंग्स लगाए जाने के दौरान स्ट्रक्चरल सर्टिफिकेट और बीमा प्रावधानों का भी पालन नहीं किया गया। 13 मई को मुंबई में होर्डिंग्स गिरने से 16 लोगों की मौत और 75 लोगों के घायल होने साथ ही 19 मई को पुणे में होर्डिंग्स गिरने से दो लोगों के घायल होने का मामला सामने आने के बाद शैक्षणिक संस्थानों के समीप मानकों का पालन किए बिना होर्डिंग्स लगाए जाने से खतरे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। अभिभावकों का कहना है कि अचानक आंधी तूफान चलने से इसका नुकसान छात्रों को भी हो सकता है।

बिना अनुमति निजी मकान में होर्डिंग्स पर नोटिस जारी

शहर में बिना अनुमति के मकानों पर होर्डिंग्स लगाने वाले मकान मालिकों को नगर पालिका ने नोटिस जारी करना प्रारंभ किया है। सीएमओ अक्षत बुंदेला ने बताया कि बुधवार से मकान मालिकों को नोटिस जारी कर होर्डिंस लगाने संबंधी दस्तावेज की मांग की जा रही है। जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बड़ा सवाल : 10 साल से आखिर कैसे चल रही होर्डिंग्स में मनमानी

शहर में अवैध होर्डिंग्स को लेकर यही सवाल उठ रहा है कि खुलेआम नियमों को ताक पर रखकर 10 साल से अवैध होर्डिंग्स का कारोबार आखिर कैसे संचालित हो रहा है? जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारी-कर्मचारियों ने मनमानी पर समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की? अवैध होर्डिंग्स से इन दस वर्षों में बतौर टैक्स नगर पालिका को करोड़ों रूपए का नुकसान हुआ तो इसके लिए जिम्मेदार आखिर कौन लोग हैं? क्या ऐसे लोगों की पहचान कर भरपाई के प्रयास होंगे।

दिए कार्रवाई के निर्देश

नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ने बताया कि शहर में नियमों को ताक पर रखकर होर्डिंग्स लगे हैं तो नियमों का पालन करवाने की जवाबदारी भी अधिकारियों की है। यह मनमानी दस वर्षों से जारी है तो नगर पालिका के तत्कॉलीन अध्यक्ष को कार्रवाई प्रस्तावित करनी थी। हमारी कोशिश होगी शहर में होर्डिंग्स के मामले में अब सबकुछ नियमानुसार हो।

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