शहडोल: नाली के पानी से 50 परिवारों का निस्तार, आंदोलन किए तो विधायक पहुंची
जरवाही में चार हजार की आबादी पीने के पानी के लिए परेशान सीएम से शिकायत पर आयुक्त ने एसई आरईएस
डिजिटल डेस्क,शहडोल।
नाली में बने एक गड्ढे में पाइप लीकेज के बाद जमा पानी पर निस्तार के लिए निर्भर 50 से ज्यादा परिवार। ग्रामीणों की असहनीय पीड़ा और व्यवस्था में चरम मनमानी ये हालात किसी सुदूर ग्रामीण अंचल में नहीं बल्कि बुढ़ार से महज 10 किलोमीटर जैतपुर मार्ग पर स्थित ग्राम जरवाही की है। 12 सौ मतदाता वाले इस गांव में लोग 5 साल से ज्यादा समय से पानी के लिए परेशान हैं। चार साल पहले गांव के समीप सोन नदी से बुढ़ार तक पानी आपूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा तो गांव के लोगों ने आंदोलन भी किया कि इसी पाइप से एक कनेक्शन गांव में दे दिया जाए। बतौर ग्रामीण आंदोलन के समय विधायक मनीषा सिंह भी यहां पहुंची और पेयजल समस्या दूर करने का आश्वासन दिया, लेकिन इतने सालों बाद भी समस्या की जस की तस है।
अजीत ने कहा-लोग पहचानते नहीं विधायक कौन हैं
पत्नी और बच्चे को दोपहिया वाहन में बैठाकर कपड़े धोने के लिए नदी जा रहे अजीत यादव पानी की समस्या पर बेहद गुस्से में दिखे, कहा कि आज कपड़ा ज्यादा है इसलिए गड्ढे के पानी से काम नहीं चलेगा और इसलिए नदी जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जैतपुर से बुढ़ार जाने का यह मुख्य मार्ग है। विधायक मनीषा सिंह साल भर में इस गांव से 2 सौ से ज्यादा गुजरी होंगी, लेकिन गांव में कदम नहीं रखा। कई लोग पहचानते तक नहीं कि विधायक कौन हैं।
छोटी सी कोशिश से दूर हो जाएगी समस्या पर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया
संजीत यादव पहले तो हमे देखकर डर गए कि कहीं पाइप लीकेज से निस्तार का पता चलने पर इसे बंद न कर दिया जाए। बाद में उन्होंने बताया कि लीकेज में एक पाइप जोडक़र नल लगा दिया जाए तो 50 परिवारों को कम से कम शुद्ध पानी तो मिल जाएगा, लेकिन लगातार मांग के बाद भी ग्रामीणों की छोटी की समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया। प्रयागदत्त केवट, रामजी केवट व पार्वती ने बताया कि यहां से निकलने के दौरान एक भी बार विधायक की नजर गांव वालों की समस्या पर पड़ जाती है तो उनकी छोटी सी कोशिश से समस्या दूर हो जाती पर दुर्भाग्य है कि किसी ने समस्या दूर करने ध्यान नहीं दिया।