शहडोल: 45 का अहसास करा रहा 43 डिग्री तापमान, दोपहर के पहले से सूनी हो रहीं सडक़ें

  • तपते दिन-रात के बीच बिजली की आंख मिचौली लोगों को झुलसाने पर आमादा
  • अधिकारी कहते हैं कि 1912 नंबर पर शिकायत दर्ज कराओ।
  • कम्लपेन की संख्या इतनी अधिक हो जाती है कि उनके निराकरण में कई घंटे का समय लग जाता है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-30 09:10 GMT

डिजिटल डेस्क,शहडोल। इस बार का नौतपा गर्मी के सारे रिकार्ड ध्वस्त करने पर आमादा है। नौतपा के पांचवें दिन बुधवार को अधिकतम तापमान 43.8 के पास पहुंच गया, लेकिन अहसास 45 डिग्री वाला रहा।

सुबह 11 बजे के बाद बाहर निकलना दूभर हो रहा है, ऐसे में बिजली की ट्रिपिंग और अघोषित कटौती लोगोंं को घरों में भी झुलसाने पर आमादा है। जब से नौपता की शुरुआत हुई है, बिजली का रोना चालू हो चुका है। सोमवार से लेकर बुधवार के बीच में सैकड़ों बार बिजली ट्रिप हुई।

विभाग द्वारा यह कहकर पल्ला झाड़ा जा रहा है कि इन दिनों अत्यधिक लोड के कारण ट्रिपिंग की समस्या आ रही है। कम्लपेन की संख्या इतनी अधिक हो जाती है कि उनके निराकरण में कई घंटे का समय लग जाता है। इस बीच गर्मी में कहीं भी रहा नहीं जाता।

आधी रात तो कही सुबह बंद हो रही बिजली

पिछले दो दिनों से शहर ही नहीं गावों में आधी रात को बिजली बंद हो रही है। सोमवार व मंगलवार की रात 11.30 बजे से लाइट बंद होना शुरु हुई। सोमवार को शहर में आधे घंटे बाद लाइट आई तो कुछ देर रहने के बाद फिर गोल हुई तो रात 2 बजे के बाद आई। यही हाल मंगलवार की रात को हुआ। जब लोग कूलर व एसी की ठंडी हवा में गहरी नींद में होते हैं तभी बिजली बंद हो जाती है। यही हाल ग्रामीण इलाकों का है।

सिंहपुर सब स्टेशन अंतर्गत दर्जनों गांवों में सोमवार की शाम 6 बजे बिजली गुल हुई तो रात 12 बजे के आसपास चालू हुई। यदि किसी मोहल्ले या घर की बिजली बंद हो जाए तो शिकायत दर्ज करना भी आसान काम नहीं है।

स्थानीय बिजली आफिस का नंबर तो आउट आफ आर्डर रहता है। अधिकारी कहते हैं कि 1912 नंबर पर शिकायत दर्ज कराओ। जहां से ढेरों प्रकार की जानकारी व नंबर पूछे जाते हैं। कुल मिलाकर उपभोक्ताओं को गर्मी में बिजली की आवाजाही ने परेशानी बढ़ा दी है।

स्कूलों की छुट्टियां 15 जून तक बढ़ाई जाए : शिक्षक संघ

मप्र शिक्षक संघ ने मांग रखी है कि भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाई जाएं, ताकि शिक्षकों को भीषण गर्मी से बचाया जा सके। संघ के सेवा आयाम प्रमुख एवं पर्यावरण प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अरुण मिश्रा ने बताया कि एक तरफ शिक्षकों को अर्जित अवकाश नहीं मिल रहा है, दूसरी ओर लगातार छुट्टी की अवधि कम की जा रही है।

शिक्षक संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष अरुण मिश्रा ने मांग की है कि भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूलों की छुट्टियां को 10 या 15 जून तक बढ़ाया जाए। क्योंकि शिक्षक भी इंसान हैं, कोई मशीन नहीं कि जब चाहे जहां चाहे उन्हें काम में लगा दिया जाए।

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