Satna News: युवक की हत्या में फरार छठवां आरोपी पकड़ाया

  • 5 पहले से जेल में, मगर अब भी फरार हैं कई हमलावर
  • आरोपी की गिरफ्तारी पर 10 हजार का इनाम रखा गया था।
  • पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों की धरपकड़ शुरू की थी।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-19 08:23 GMT

Satna News:  तीन महीने पहले कोलगवां थाना अंतर्गत रीवा रोड पर चाकू मारकर आशुतोष पयासी पुत्र कृष्णकुमार पयासी 22 वर्ष, निवासी मंदाकिनी विहार कॉलोनी-सिविल लाइन, की हत्या में फरार चल रहे छठवें आरोपी आदर्श सिंह सिसोदिया पुत्र स्वर्गीय अमरेश सिंह 23 वर्ष, निवासी पवइया थाना कोठी, को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

आरोपी की गिरफ्तारी पर 10 हजार का इनाम रखा गया था। इससे पहले हत्याकांड में शामिल सहायक उपनिरीक्षक संतोष तिवारी के पुत्र शुभम तिवारी 25 वर्ष, अंकुल उर्फ कृष्णचंद्र पुत्र अशोक त्रिपाठी 25 वर्ष, प्रशांत उर्फ प्राशू पुत्र अरुणेश मिश्रा 20 वर्ष, हिमांशु पुत्र रज्जन तिवारी 20 वर्ष और प्रदीप मिश्रा उर्फ प्रतीक गौतम 21 वर्ष, निवासी पुरवा, थाना सेमरिया, जिला रीवा, को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है, जबकि 4 आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं, उन पर भी 10-10 हजार का इनाम है।

ये थी घटना

गौरतलब है कि 4 फरवरी 2024 को सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गढिय़ा टोला में अंकुल और आशुतोष के बीच विवाद हो गया था, जिसमें रिपोर्ट भी दर्ज हुई थी, उसी झगड़े का बदला लेने के लिए 23 जून को आरोपी अंकुल ने शुभम के जरिए मृतक को आईसीआईसीआई बैंक के पास बुलाया था, जहां वह अपने दोस्त साहिल वर्मा के साथ पहुंचा था, तब 8-10 की संख्या में आरोपियों ने घेरकर उस पर चाकू से हमला कर दिया था।

पीडि़त को गंभीर हालत में रीवा ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। तब पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों की धरपकड़ शुरू की थी। मुख्य आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए वारदात से पहले दिल्ली जाने का दिखावा किया और रेलवे स्टेशन से ट्रेन में सवार हो गया, मगर बीच रास्ते में उतरकर वापस आ गया था।

पिता का आरोप घटना का मुख्य सूत्रधार अब भी बाहर

चाकूबाजी में मारे गए आशुतोष के पिता और जिला न्यायालय के अधिवक्ता कृष्ण कुमार पयासी ने रीवा रेंज के आईजी डॉ. महेन्द्र सिंह सिकरवार को लिखित शिकायत देकर आरोप लगाया कि हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार विनय पांडेय पुत्र राजाभइया पांडेय निवासी कारीगोही है। इसी ने 4 फरवरी के विवाद में सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, मगर जांच में इस तथ्य को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया, जबकि बेटे की हत्या के पीछे इसी झगड़े से उपजा आक्रोश मुख्य वजह था।

ऐसे में पूरे प्रकरण की गहराई से पड़ताल की जानी चाहिए। शिकायतकर्ता ने हत्याकांड में फरार शेष आरोपियों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाए जाने की गोहार लगाई है।

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