स्मिता दुर्गादास घुगे ने रचा इतिहास, रूस की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रस पर फहराया तिरंगा
- वीरों के बलिदान को नमन
- स्मिता दुर्गादास घुगे ने रचा इतिहास
- रूस की सबसे ऊंची चोटी पर फहराया तिरंगा
डिजिटल डेस्क, पुणे। स्मिता दुर्गादास घुगे ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर रूस की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रस पर चढ़कर 3900 मीटर की ऊंचाई पर 75 फुट का तिरंगा फहराया। तो वहीं वीरों के बलिदान को नमन कर वंदन रूस में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया। घुगे ने 5642 मीटर ऊंची माउंट एल्ब्रस चोटी पर चढ़ने का रिकॉर्ड बनाया। माउंट एल्ब्रस को रूस-यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी के रूप में जाना जाता है। 18 हजार 510 फीट ऊंची यह चोटी हमेशा बर्फ से ढंकी रहती है। माइनस 25 डिग्री तापमान और तूफानी हवाओं में इस चोटी पर चढ़ना चुनौतीपूर्ण था। पर्वतारोही स्मिता घुगे ने चुनौती स्वीकार की और 3 हजार 900 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचकर भारतीय स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर साड़ी में 75 फीट का भव्य तिरंगा फहराकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। स्मिता ने यह उपलब्धि '360 एक्सप्लोरर' पर्वतारोहण संगठन के आनंद बनसोडे के मार्गदर्शन में हासिल की। जिसके बाद उनकी प्रशंसा हो रही है।
स्मिता का सपना 7 महाद्वीपों की 7 सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ने का है। इससे पहले, स्मिता ने 15 अगस्त 2021 को अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी, 19,341 फीट (5,895 मीटर) माउंट किलिमंजारो पर 75 फुट का तिरंगा झंडा भी फहराया था। इसके साथ ही स्मिता एशिया के माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर भी चढ़ाई कर चुकी हैं। जहां 19 फरवरी 2022 को 5,364 मीटर (17598 फीट) की ऊंचाई पर एवरेस्ट बेस कैंप पर 40 फीट का भगवा झंडा और 75 फीट का तिरंगा झंडा फहराकर भारत का अमृत महोत्सव और शिव जयंती मनाने के लिए शिव जयंती समारोह आयोजित किया गया था।
पर्वतारोही स्मिता दुर्गादास घुगे ने कहा कि माउंट एल्ब्रस पर चढ़ना उनके और पूरे महाराष्ट्र के लिए गर्व का क्षण है। अत्यंत प्रतिकूल वातावरण में कठिन चढ़ाई के दौरान शिव राय की ज्वलंत प्रेरणा हमेशा मन में रहती थी। परिवार, आनंद बनसोडे और महाराष्ट्र के सभी लोगों की प्रेरणा ने मुझे सफलता दी है, मैं इसे शिवराया को समर्पित करती हूं।