"मूर्खों के नंदनवन में रहते हैं मेरे एनडीए में शामिल होने का दावा करने वाले'
भाजपा नेताओं के बयानों पर विफरे शरद पवार
डिजिटल डेस्क, पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि मेरे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में जाने की भविष्यवाणी करने वाले मूर्खों के नंदनवन में रहते हैं। शनिवार को कोल्हापुर में पत्रकारों से बातचीत में पवार ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले एवं वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के बयानों पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा किभाजपा के कुछ नेताओं द्वारा कायरतापूर्ण बयान दिया जा रहा है कि मैं भाजपा के साथ जाऊंगा। मुझे उन्हें बताना होगा कि वे मूर्खों के नंदनवन में रहते हैं। उनका बयान बेहद अभद्र है। मेरे बीजेपी के साथ जाने की बात कहने से पता चलता है कि पार्टी के नेतृत्व का स्तर कितना गिर गया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने शुक्रवार को अमरावती में भविष्यवाणी की थी कि मोदी के नेतृत्व को स्वीकार करने और पिछले नौ वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा किए गए साहसिक कार्यों को देखने के बाद राकांपा के अध्यक्ष सांसद शरद पवार और सांसद सुप्रिया सुले भी भाजपा के साथ आ जाएंगे। साथ ही मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने भी कहा था कि शरद पवार का एनडीए की ओर बढ़ना जारी है।
"इंडिया'की बैठक में बीजेपी को हराने पर होगा मंथन
शरद पवार ने कहा, मैं देश के हालात लोगों के सामने रखने के लिए राज्य का दौरा कर रहा हूं। भाजपा आम जनता के सवालों को नजरअंदाज कर रही है। भाजपा को हराने और आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए विपक्षी गठबंधन "इंडिया' की बैठक 1 सितंबर को मुंबई में हो रही है। इसमें तमिलनाडु, कर्नाटक, राजस्थान, झारखंड, पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री और कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खड़गे, राकांपा से मैं, शिवसेना से उद्धव ठाकरे सहित देश के 16 राजनीतिक दलों के अध्यक्ष शामिल होंगे। पवार ने कहा कि बैठक में इस बात पर चर्चा होगी कि क्या लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ना संभव है? भाजपा को हराने के लिए क्या रणनीति अपनाई जाए इस पर भी चर्चा होगी।
पवार ने फिर दोहराया कि राकांपा विधायकों में फूट पड़ी इसका मतलब यह नहीं है कि पार्टी टूट गयी है। भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर विपक्षी दलों को बदनाम करने का काम कर रही है। हम इसके खिलाफ मिलकर काम करेंगे। पार्टी में नया नेतृत्व बनाने की कोशिशें चल रही हैं। अब तक हुई तीन स्वाभिमान सभाओं को युवाओं से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। यह सकारात्मक सोच की शुरुआत है। सत्ता का दुरुपयोग कर भाजपा ने राकांपा से अलग हुए कई नेताओं के पीछे ईडी का साया लगा दिया। इसमें मंत्री हसन मुश्रीफ भी शामिल हैं। मंत्री हसन मुश्रीफ के आरोप का जवाब देते हुए शरद पवार ने कहा कि पार्टी को आपके लिए और क्या करना चाहिए?
कौन बच्चू कडू, गली के नेताओं पर राय देना ठीक नही
केंद्र की नीति है कि 15 सितंबर के बाद चीनी का निर्यात नहीं किया जाएगा। पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने भविष्यवाणी की है कि इसके बाद विश्व बाजार में चीनी की कीमतें घटेंगी। प्रहार संगठन के संस्थापक विधायक बच्चू कडू ने राकांपा में पैदा हुए संकट पर कहा था कि यह चाचा-भतीजे (शरज-अजित) का गेम है। इसका जवाब देते हुए शरद पवार ने पूछा कि बच्चू कडू कौन हैं? इस तरह के गली कूचों के नेताओं के बयान पर प्रतिक्रिया देना मैं ठीक नहीं समझता। जब पत्रकारों ने कहा कि विधायक कडू को जनता ने चार बार चुना है, तो पवार ने पलटवार करते हुए कहा कि, मैं भी चार बार राज्य का मुख्यमंत्री रहा हूं।
हारने के डर से स्थानीय निकाय चुनावों में देरी
राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि सरकार इस लिए स्थानीय निकाय चुनाव कराने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि उन्हें डर है कि लोग उन्हें उनकी जगह दिखा देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रवादी का रुख साफ है कि जिसके पास जिस सीट को जीतने की क्षमता है, उसे वह सीट चुनाव लड़ने के लिए मिलनी चाहिए। इसे फार्मूले को महाविकास आघाड़ी नेताओं की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने कहा किमहाराष्ट्र में कई जगहों पर मेरी सभाएं हुईं। मेरा ऐसा अनुभव है कि लोग बदल रहे हैं। मुझे इसमें दो मुख्य बातें नजर आती हैं। पहला, लोगों में भाजपा के प्रति नाराजगी है और दूसरे, खासकर युवाओं और अन्य समुदायों में उन तत्वों के प्रति काफी नाराजगी है, जिन्होंने पिछले कुछ महीनों में उनका समर्थन किया है। इस नाराजगी को देखते हुए सत्ताधारी मनपा और जिला परिषद चुनाव कराने को तैयार नहीं हैं। उन्हें चिंता है कि इस चुनाव में लोग उनकी जगह दिखा देंगे। चूंकि इसका असर आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों पर पड़ेगा, इसलिए उन्होंने इन चुनावों को स्थगित कर दिया है।