सिंहगढ़ घूमने जा रहे हैं तो हो जाएं सावधान, चट्टानों के ढहने का बढ़ा खतरा
- सिंहगढ़ इलाके में भारी बारिश
- घाट मार्ग में चट्टानें ढह रही
डिजिटल डेस्क, पुणे। पिछले कुछ दिनों से सिंहगढ़ इलाके में भारी बारिश हो रही है। इससे घाट मार्ग में चट्टानें ढह रही हैं। लोक निर्माण विभाग ने पहाड़ियों पर सुरक्षा जाल लगाने के मामले में अनदेखी की है। ऐसे में दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। वन विभाग ने इस कार्य के लिए राशि भी विभाग को दे दी है, लेकिन काम नहीं हो सका है। बहरहाल पर्यटकों से आग्रह किया गया है कि वे सैर पर जाते समय सावधानी बरतें।
लगातार बारिश के कारण सिंहगढ़ किले पर वाहन अड्डे से लेकर घाट की सड़क और फुटपाथ पर चट्टानें ढह रही हैं। गनीमत रही कि जब ये चट्टानें गिरीं तो कोई हताहत नहीं हुआ। भविष्य में ऐसी खतरनाक जगहों पर सुरक्षात्मक जाल अवश्य लगाए जाने की मांग हो रही है। वन विभाग ने पर्यटकों से भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सावधानी के साथ यात्रा करने की अपील की है। सिंहगढ़ की ओर जाने वाली सड़क पर जगताप माची के पास मोड़ पर चट्टान ढही है, जिसका मलबा वहीं पड़ा हुआ है।
पिछले साल मानसून में इसी जगह चट्टान ढही थी। किले पर कई खतरनाक स्थान हैं, जहां लोक निर्माण विभाग द्वारा मरम्मत कराने की जरूरत है। गीली बारिश के दौरान दरार वाली ढलानों से पानी रिसने लगता है। सिंहगढ़ की ओर जाने वाली घाट सड़क पर जगताप माची के पास मोड़ पर दरार पड़ गई है। पिछले साल भी ऐसा ही हाल था।
मानसून की शुरुआत के साथ ही बड़ी संख्या में पर्यटक सिंहगढ़ घूमने आ रहे हैं। इसलिए घाट सड़क की दरारों को भरना और जहां भी संभव हो सुरक्षात्मक जाल लगाना आवश्यक है। खानापुर वन विभाग के वन संरक्षक बालासाहेब जिवड़े ने कहा कि घाट रोड में चट्टान ढहने के संभावित क्षेत्र चिन्हित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा कारणों से घेरा सिंहगढ़ वन सुरक्षा समिति के कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है।
प्रदीप संकपाल, वन क्षेत्राधिकारी, वन विभाग के मुताबिक सिंहगढ़ घाट सड़क पर चट्टान ढही हैं, जिसे हटाने का काम चल रहा है। वन विभाग की ओर से लोक निर्माण विभाग को वहां काम करने के लिए धनराशि दी गई है, हालांकि विभाग की ओर से अभी तक कोई काम नहीं किया गया है। ऐसे में घाट रोड से गुजरते समय पर्यटकों को सावधान रहना चाहिए।