पन्ना: मुडवारी में पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे ग्रामीण, कोई नहीं सुध लेने वाला
- मुडवारी में पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे ग्रामीण, कोई नहीं सुध लेने वाला
- ग्राम पंचायत में रखे पानी के टैंकर भी बने शोपीस, ग्राम में लगे सभी हैंडपंप भी पड़े खराब
डिजिटल डेस्क, सलेहा नि.प्र.। पन्ना जिले की गुनौर तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत मुडवारी में पानी के लिए लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं लेकिन इन लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं हैं। जमीनी स्तर पर देखा जाये तो वास्तव में लोग किस प्रकार से अपना जीवन यापन कर रहे हैं यह तो सब भगवान भरोसे हैं लेकिन अगर हम इन ग्रामीणों की मानें तो गर्मी प्रारंंभ होते ही नदीं, तालाब, कुयें और हैण्डपम्प में जल स्तर काफी नीचे चला जाता है ऐसे में लोग पानी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर होते हैं। पवई विधानसभा अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मुडवारी में जहां पर देखा गया कि लोग छोटे-छोटे गड्ढे खोदकर नदीं के किनारे उस गड्ढे से पीने योग्य पानी निकाल रहे हैं और सुबह से लेकर रात 12 बजे तक लोग पानी के इंतजार में बैठे रहते हैं तब कहीं जाकर एक-एक करके लोग अपने-अपने घरों को पीने के लिए पानी ले जाते हैं लेकिन इन लोगों की सुध लेने वाला ना तो कोई जनप्रतिनिधि है और ना ही संबधित विभाग का कोई अधिकारी है।
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ऐसे में लोगों का गुस्सा नेताओं के ऊपर फूट रहा है। लोगों का कहना है कि हमारे पास जब उन्हें वोट की आवश्यकता होती है तब ही वह दिखाई देते है। उसके बाद गांव में हमारी क्या समस्याएं हैं हम किस तरीके से अपना जीवन यापन कर रहे हैं इससे उन्हें कोई लेनादेना नहीं हैं। लगातार कई वर्षों से नदीं का दूषित पानी पीने के लिए और गड्ढों का पानी गर्मियों के मौसम में पीने के लिए मजबूर हैं। वहीं बरसात के मौसम में भी इसी नदी का पानी पीते हैं जो कि बिल्कुल दूषित और बदबूदार होता है ऐसे में कहां तक लोग बीमारियों से बचेंगे। स्वभाविक है कि ऐसे में बीमारियां तो फैलेगी ही जब दूषित पानी पीयेंगे। यह संवाददाता जब ग्रामीण लोगों के बीच में पहुंचे और उनसे उनका हाल जानना चाहता तो उनका कहना था कि वह मुड़वारी ग्राम में जीवन यापन करने के लिए मजबूर हैं लेकिन इन लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है जबकि पहले भी कई बार प्रशासन को कई माध्यमों से पानी की समस्या से अवगत कराया गया है लेकिन फिर भी समस्या जस की तस बनीं हुई है। हमारी सुध लेने वाला ना तो कोई प्रशासनिक अधिकारी है न ही नेता हैं।