Panna News: चित्रांश मानस मंडल कायस्थ समाज ने किया कलम-दवात का पूजन, आयोजित की गई सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता
- चित्रांश मानस मंडल कायस्थ समाज ने किया कलम-दवात का पूजन
- आयोजित की गई सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता
Panna News: चित्रांश मानस मंडल कायस्थ समाज पन्ना के द्वारा भाईदूज एवं कलम दवात पूजन किया गया और इस अवसर पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का पारितोषिक वितरण कार्यक्रम ०३ नवम्बर २०२४ को श्री चित्रगुप्त जी मंदिर सभागार में संपन्न हुआ। यह प्रतियोगिता कायस्थ समाज के बच्चों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से चित्रांश मानस मंडल कायस्थ समाज के द्वारा करवाई गई। इस प्रतियोगिता में दो गु्रप बनाए गए प्रथम कक्षा 6वीं से कक्षा 8वीं तक एवं द्वितीय गु्रप कक्षा 9 से कक्षा 12 तक इस प्रतियोगिता में कुल 72 बच्चों ने भाग लिया। जूनियर वर्ग से अथर्व खरे पिता प्रदीप कुमार खरे ने प्रथम, प्रेक्षा खरे पिता प्रमोद खरे ने द्वितीय एवं प्रजय खरे पिता प्रतनीश खरे ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सीनियर वर्ग से नैतिक श्रीवास्तव पिता नीरज कुमार श्रीवास्तव ने प्रथम स्थान, अनुज खरे पिता जय नारायण खरे ने द्वितीय स्थान एवं यज्ञ खरे पिता राकेश कुमार खरे ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त दोनों गु्रपों के प्रथम 10 बच्चों को विशेष एवं शेष सभी बच्चों को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इन सभी बच्चों को शील्ड एवं प्रमाण पत्र देकर समाज के वरिष्ठजनों द्वारा सम्मानित किया गया। उमेश श्रीवास्तव सतना के द्वारा सभी बच्चों को उपहार भेंट किए गए। दोनों गु्रपों के प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त बच्चों को धीरज खरे के द्वारा एवं टॉप 10 बच्चों को संजय खरे सब इंजीनियर के द्वारा शील्ड प्रदान की गई।
इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में बिंदु कुमार खरे अध्यक्ष, महेश प्रसाद खरे पूर्व अध्यक्ष, अशोक सक्सेना पूर्व अध्यक्ष, अरविंद खरे पूर्व प्राचार्य, अरुण खरे, रामेश्वर खरे, भानु प्रकाश खरे, अधीर खरे, संतोष खरे, श्रीमती संगीता खरे, सुश्री सुपर्णा श्रीवास्तव, प्रवीण खरे, राजीव खरे पूर्व सचिव, संजीव श्रीवास्तव, विनय श्रीवास्तव, पंकज श्रीवास्तव, धीरज खरे, शरद खरे, आंचल खरे, पंकज खरे, उदय शंकर श्रीवास्तव, संदीप श्रीवास्तव, वेद प्रकाश खरे, मनीष खरे, अंबर श्रीवास्तव, अभिषेक श्रीवास्तव, अभिषेक खरे, दिनेश चंद्र श्रीवास्तव, पंकज बक्शी, राहुल श्रीवास्तव एवं राजीव सक्सेना की भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन प्रेम प्रकाश खरे ने किया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनों प्रतिभागियों का मानस मंडल के सदस्य राजीव खरे के द्वारा आभार व्यक्त किया गया। समस्त कायस्थ परिवारों ने कलम दवात की पूजा करते हुए भगवान श्री चित्रगुप्त की आरती उतारी। अनादि काल से चली आ रही परंपरा के अनुसार दीपावली के बाद दूज के दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है जिसमें समस्त कायस्थ परिवार कलम दवात की पूजा करके 24 घंटे के लिए लेखाजोखा बंद कर देते हैं।
एक पौराणिक कथा के अनुसार जब भगवान श्रीराम का राज्य अभिषेक होना था उस समय भारत जी ने वशिष्ठ मुनि जी से समस्त देवी देवताओं को आमंत्रित करने के लिए कहा था लेकिन वशिष्ठ मुनि जी ने अपने कार्यकर्ताओं को आदेशित किया कि वह सभी को आमंत्रण कर दें लेकिन कार्यकर्ताओं द्वारा एक त्रुटि हुई जो भगवान चित्रगुप्त को आमंत्रण देना ही भूल गए जिससे नाराज चित्रगुप्त महाराज ने कलम दवात उठाकर साइड में रख दिया जिससे स्वर्ग से नरक तक के सभी कार्य रुक गए जब इस बात का पता भगवान श्री राम को चला तो उन्होंने भगवान चित्रगुप्त के मंदिर की स्थापना की और वशिष्ठ मुनि से हुई इस भूल की माफी मांगी चार पहर बाद भगवान चित्रगुप्त ने अपना लेखा-जोखा पुन: प्रारंभ कर दिया तभी से भगवान चित्रगुप्त के वंशज कायस्थ परिवार दूज के दिन कलम दवात की पूजा करके 24 घंटे के लिए लेखा-जोखा बंद कर देते हैं।