पन्ना: विद्यालय परिसर में ढाई साल से अधूरे पडे सामुदायिक स्वच्छता परिसर का काम शुरू
- विद्यालय परिसर में ढाई साल से अधूरे पडे सामुदायिक स्वच्छता परिसर का काम शुरू
- जांच के लिए पहुंचे जनपद सीईओ तथा जिला पंचायत से एसबीएम की जिला समन्वयक
डिजिटल डेस्क, बृजपुर नि.प्र.। पन्ना जिले के पन्ना विकासखण्ड अंतर्गत बृजपुर स्थित शासकीय सरदार वल्लभाई पटेल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर के अंदर ०३ लाख ४५ हजार की लागत से ढाई साल पूर्व स्वीकृत सामुदायिक स्वच्छता परिसर के निर्माण कार्य में की गई घोर अनिमिततओ और राशि खर्च हो जाने के बावजूद भी अपूर्ण स्थिति में सामुदायिक स्वच्छता परिसर का काम बंद पडे होने और इसके चलते महाविद्यालय के ७०० से अधिक छात्र-छात्राओ को होने वाली परेशानी की खबर प्रमुखता के साथ इस समाचार पत्र द्वारा प्रकाशित की गई जिसे गंभीरता के साथ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संघ प्रिय द्वारा लिया गया तथा आज ही जनपद पंचायत पन्ना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आनंद शुक्ला, जिला पंचायत पन्ना में स्वच्छ भारत अभियान ग्रामीण कार्यक्रम की जिला समन्वयक श्रीमती जंयती अहिरवार को जांच कार्यवाही करने एवं बंद पडे कार्य को तत्काल ही प्रारंभ करवाने के संबंध में निर्देशित किया गया।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के निर्देश के बाद दोनो अधिकारी आज सुबह ही बृजपुर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहुंचे तथा ग्राम पंचायत को त्वरित ही कार्य प्रारंभ कराने के लिए कहा गया जिस पर ग्राम पंचायत द्वारा अधूरे पडे सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण कार्य आज से ही प्रारंभ कर दिया। अधिकारियों ने निर्माण एजेन्सी को निर्देश दिए किए कि १५ दिन के अंदर सम्पूर्ण निर्माण कार्य पूर्ण करा लिया जाये जिससे विद्यालय के छात्र-छात्रायें और स्टॉफ इसका उपयोग कर सकें। अधिकारियों ने कहा कि निर्माण कार्य में जो लापरवाही हुई उस पर कार्यवाही होगी इस दौरान स्वच्छता परिसर तक पहुंचने के लिए सीमेन्ट क्रांकीट सडक की आवश्यकता को देखते हुए उपयंत्री और अधिकारियों को निर्देश दिए गए इसका स्टीमेट तैयार कर पंचायत को दे। जनपद सीईओ द्वारा विद्यालय परिसर के बाउण्ड्री के अंदर कचरा फेंके जाने को लेकर नारजागी जाहिर करते हुए सफाई के निर्देश दिए तथा कचरा फेंकने वालो पर सख्त कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया।
तकनीकी अधिकारियों की तय जो जबाव देही
राशि निकालने जाने के बावजूद ढाई साल तक काम अधूरा पडा रहा जो काम हुआ उसकी गुणवत्त भी बेहद खराब है इस पूरे मामलेे को लेकर निर्माण कार्य के लिए तकनीकी अधिकारियों जिसमें मुख्यत:सहायक यंत्री और उपयंत्री की कार्याे की निगरानी की जिम्मेदारी बनती है। आखिर वह क्या कर रहे थे और अनिमिततओ और लापरवाहियों में उनकी क्या भूमिका रही इसकी भी जांच होनी चाहिए। इस मामलें में जिला पंचायत सीईओ कार्यवाही करे यह उचित होगा।