७ जुलाई को लापता हुए छात्र का पुलिस ने बरामद किया शव, आरोपी गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, पन्ना। बातचीत में अपने दोस्त को गडे धन होने की जानकारी देना १७ वर्षीय छात्र की मौत का कारण बन गया। गडे धन की लालच में आए आरोपी मित्र उसे पॅँूछताछ के लिए जंगल ले गए तथा जानकारी देने से मना करने पर जमीन में पटकते हुए चाकू तथा पत्थर मारकर निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी। मृतक रामजी उपाध्याय पिता रामप्रकाश उपाध्याय उम्र १७ वर्ष दिनांक ०७ जुलाई को सुबह ११:३० बजे स्कूल में एडमिशन कराने की जानकारी देते हुए घर से चले जाने के बाद लापता था। जिसकी गुम हो जाने की सूचना रिपोर्ट पन्ना कोतवाली में उसके चाचा कौशल प्रसाद उपाध्याय दर्ज कराई गई थी। प्रकरण की जांच विवेचना करते हुए पुलिस द्वारा उसके दो संदिग्ध मित्रों को पकडक़र पॅँूछताछ की गई जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस द्वारा आरोपियो से पॅँूछताछ के बाद सडक़ से लगभग ०१ किलोमीटर दूर अकोला जंगल में मृतक के शव को बरामद करते हुए दोनों आरोपी युवकों प्रदीप उर्फ हल्के विश्वकर्मा पिता स्वर्गीय चणदास विश्वकर्र्मा उम्र 27 वर्ष निवासी नचनौरा थाना कोतवाली, नितिन विश्वकर्र्मा पिता स्वर्गीय राजकुमार विश्वकर्मा उम्र 25 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 07 पवई को गिरफ्तार करते हुए पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया गया।
इस तरह से पुलिस ने की कार्यवाही
पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक रामजी उपाध्याय उम्र लगभग १७ वर्ष के लापता होने की सूचना रिपोर्ट दिनांक ०८ जुलाई को पन्ना कोतवाली में दर्ज की गई तथा नाबालिग के लापता होने के प्रकरण में अज्ञात के विरूद्ध अपरहण का मामला पंजीबद्ध किया गया। नगर निरीक्षक कोतवाली पन्ना अरूण सोनी ने घटना संबधी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियो को दी गई। जिस पर पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती आरती सिंह तथा एसडीओपी पन्ना राजेन्द्र मोहन दुबे के नेतृत्व में टीआई पन्ना अरूण कुमार सोनी के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम गठित की गई। साबइर सेल टीम को भी पुलिस टीम के सहयोग के लिए पुलिस ने निर्देशित किया गया। पुलिस टीम द्वारा घटना दिनांक को अपहृत बालक से मिलने वाले एवं साथ में देखे गए दो व्यक्तियों को संदेही चिन्हित करते हुए जानकारी जुटाई गई तथा दिनांक १२ जुलाई को उन्हें पुलिस अभिरक्षा में लेकर पॅँूछताछ की गई जिनसे वारदात का पूरा खुलासा हुआ।
हत्या करने के बाद मृतक के मोबाइल को जमीन में दबाया
गिरफ्तार किए गए हत्या आरोपी प्रदीप उर्फ हल्के विश्वकर्मा ने पुलिस को बताया कि वह गांव का ही रहने वाला है मृतक रामजी से अच्छी दोस्ती थी। उसने मुझे गडे हुए धन खजाना के स्थान की जानकारी होने के संबध में बताया गया था परंतु स्थान के संबध में कई बार पॅूछे जाने के बाद भी जानकारी नहीं दे रहा था। जिसके बाद दिनांक ०७ जुलाई को उसने पवई से अपने साथी आरोपी नितिन विश्वकर्मा को पवई से गुनौर बुलाया गया और उसे गडे धन के बारे में बताया तथा उसके साथ योजना बनाकर मृतक रामजी को घूमाने के बहाने अकोला जंगल की ओर ले गए तथा सडक़ से करीब ०१ किलोमीटर अंदर जंगल में खजाना छिपा होने के संबध में चर्चा की गई जिस पर वह भागने लगा जिसे पकडकर जमीन में पटक दिया गया तथा दोनो ने मिलकर चाकू और पत्थर मारकर हत्या कर दी तथा उसके मोबाइल को इटवां मोड के पास जमीन में दबा दिया। पुलिस ने आरोपियों के बताए अनुसार मोबाइल को जप्त किया गया तथा घटना स्थल से कपड़ो के टूटे बटन, खून लगी मिट्टी, घटना में प्रयुक्त पत्थर तथा चाकू जप्त करते हुए आरोपी द्वारा झाडिय़ों में फेंके गए मृतक के शव को दस्तयाब करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। घटना प्रकरण में पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की कार्यवाही की गई।
यह रहे कार्यवाही में शामिल
उक्त संपूर्ण कार्यवाही में चौकी प्रभारी ककरहटी उपनिरीक्षक सुयश पाण्डेय, सुशील शुक्ला, अनफासुल हसन, सहायक उपनिरीक्षक रामकृष्ण पाण्डेय, विक्रम सिंह, पुलिस सायबर सेल पन्ना से प्रधान आरक्षक नीरज रैकवार, राहुल सिंह बघेल, आरक्षक आशीष अवस्थी, धर्मेन्द्र सिंह राजावत, राहुल पाण्डेय एवं पुलिस टीम में शामिल प्रधान आरक्षक गणेश सिंह, मनीष विश्वकर्मा, शिवस्वरूप तिवारी, राघवेन्द्र सिंह, लक्ष्मी नारायण, अशोक सिंह, आरक्षक वीरेन्द्र, नीलेश, शैलेन्द्र, घनश्याम पटेल एवं दीपक का सराहनीय योगदान रहा है। पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा उपरोक्त पुलिस टीम को 10 हजार रूपये के ईनाम से पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की गई है।