Panna News: क्षमता से अधिक सवारी भरकर धड़ल्ले से जिलेभर में चल रहे ऑटो, अक्सर होते हैं हादसे लेकिन रोकथाम के लिए नहीं होती कार्यवाही
- क्षमता से अधिक सवारी भरकर धड़ल्ले से जिलेभर में चल रहे ऑटो
- अक्सर होते हैं हादसे लेकिन रोकथाम के लिए नहीं होती कार्यवाही
Panna News: शहर में ऑटो सवारी को इधर से उधर ले जाए यह तो सही है लेकिन वह राष्ट्रीय व राजकीय मार्ग में बसों के आगे आगे क्षमता से अधिक सवारी भरकर धड़ल्ले से दौड़ते हुए दुर्घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं लेकिन ऐसे ऑटो चालकों के ऊपर कार्यवाही नहीं हो रही है और उनके हौसले बुलंद हैं। अक्सर कहीं ना कहीं ऑटो में क्षमता से अधिक सवारी भरने से वह अनियंत्रित होकर पलट जाने व उसमें बैठी सवारियों के चोटिल होने की जानकारी सामने आती रहती हैं। इस समय तो गांव-गांव में ऑटो खरीद लिए गए हैं और उसमें भरकर शहर में लाने का काम सवारी का किया जाता है।
अभी गत रोज ऐसा ही दृश्य अमानगंज मार्ग में देखने को मिला जो पन्ना की ओर क्षमता से अधिक सवारी बैठाकर और उसमें बोरियों को लादकर तेज रफ्तार से चला जा रहा था और तो और आगे की सीट में जगह न मिलने के चलते एक बुजुर्ग व्यक्ति पीछे लोहे की रात को पकडकर बैठा हुआ था यदि वह कमजोर लोहे की राड टूट जाए या हांथ छूट जाए तो एक बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। यही स्थिति पन्ना से पहाड़ीखेडा, पन्ना से देवेंद्रनगर मार्ग का है जहां पर दिनभर ऑटो धडल्ले से नियम विरूद्ध तरीके से दौड रहे हैं लेकिन इस पर लगाम लगाने के लिए कोई तैयार नहीं है। आसपास 5 से 7 किलोमीटर तक तो ऑटो में यात्रा की जा सकती है लेकिन लंबी दूरी की यात्रा करना खतरे से खाली नहीं है क्योंकि मुख्य मार्गो में तेज रफ्तार वाहनों से हमेशा खतरा बना रहता है।
यात्री बसों व ऑटो चालकों में होते हैं विवाद
जिला परिवहन विभाग से जिन यात्री बसों को मार्ग में चलने के लिए परमिट जारी किए गए हैं और उसके आगे-आगे बस स्टैंड के बाहर से ऑटो में सवारियों को भरकर ले जाने से अक्सर यात्री बस के परिचालक, चालक और ऑटो चालकों के बीच विवाद भी होते रहते हैं प्रमुख मार्गो में अत्यधिक सवारी भरकर चलने वाले ऑटो की नियमित चेकिंग होना चाहिए। जिसमें होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है लेकिन पुलिस का यातायात विभाग व परिवहन विभाग केवल जिला मुख्यालय के बायपास मार्ग डायमंड चौक में चेकिंग करते देखे जा सकते हैं कभी-कभार स्कूली बच्चों को धोने वाले वाहनों की चेकिंग कार्यवाही के नाम पर खाना पूर्ति कर ली जाती है।