Panna News: अद्भुत टेक्निक- गांव की सडक के बीचोंबीच बना दी गई नाली, ग्राम पंचायत फरस्वाहा के ग्रामवासी परेशान
- अद्भुत टेक्निक- गांव की सडक के बीचोंबीच बना दी गई नाली
- ग्राम पंचायत फरस्वाहा के ग्रामवासी परेशान
Panna News: ग्राम पंचायतों में शासकीय राशि को किस तरह ठिकाने लगाया जाता है जिसका जीता जागता उदाहरण अजयगढ जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत फरस्वाहा में देखने को मिला है। जहां पर ग्राम पंचायत ने अद्भुत टेक्निक का प्रदर्शन करते हुए पूरे गांव में सडक के बीचोंबीच नाली का निर्माण कर दिया है और ऐसी नाली बनीं कि उसको ऊपर से बंद कर दिया और उसकी ऊंचाई इतनी अधिक कर दी है कि गांव के अंदर चारपहिया, दोपहिया वाहन तो दूर की बात है यहां पर साइकिल चलाना भी मुश्किल हो गया है। ग्राम पंचायत की इस करतूत की लोग गिरकर बुरी तरह चोटिल हो रहे हैं। एक हजार से अधिक आबादी वाले गांव में चारों तरफ से गंदगी व पानी बह रहा है लेकिन उसकी देखरेख करने वाला कोई नहीं हैं।
जनपद पंचायत में पदस्थ उपयंत्रियों के बीच सेक्टर का बंटवारा कर उनको ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी दी जाती है तो यह बहुत ही गंभीर मामला है कि जब फरस्वाहा में बेढंग से नियमों को ताक पर रखकर नाली का निर्माण कराया जा रहा था तो इस गांव के प्रभारी उपयंत्री क्या कर रहे थे। उन्होंने इस प्रकार के कराये गये कार्य में मूल्यांकन कैसे कर दिया और शासकीय राशि को बर्बाद करने वालों के ऊपर क्या कार्यवाही की गई। इससे यह साफ जाहिर होता है कि ग्राम पंचायत के सचिव व उपयंत्री के द्वारा खुली छूट दे रखी है कि यहां के चुने जनप्रतिनिधि जैसा चाहे वैसा करें। इस हालात में गांव के बुजुर्ग काफी परेशान देखे गये जो चलने-फिरने में अशक्त है। बीचोंबीच नाली निर्माण कर देने से वह गिरकर चोटिल हो रहे हैं।
गांव के अंदर अतिक्रमण
फरस्वाहा गांव में नाली निर्माण को सबसे बडी समस्या है ही अतिक्रमण भी एक बडी समस्या है। गांव के कई लोगों ने अपने-अपने घरों के सामने अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया है। सबसे बडी दिक्कत तब होती है जब कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तो उसको गांव के बाहर तक उठाकर ले जाना पडता है क्योंकि यहां पर चारपहिया वाहन व एम्बूलेंस गांव के अंदर तक नहीं पहुुंच सकती है।
आला अफसरों को फरस्वाहा का करना चाहिए निरीक्षण
इस गांव में जो ग्राम पंचायत में अद्भुत टैक्निक का इस्तेमाल करते हुए सडक के बीचोंबीच नाली का निर्माण कर दिया है उसका आला अफसरों को जाकर निरीक्षण अवश्य करना चाहिए और ग्राम पंचायत ने जो माडल पेश किया है उसको जनहित में दुरूस्त करवाये जाने की कार्यवाही करते हुए ग्राम पंचायत के द्वारा जो शासकीय राशि का दुरूपयोग करते हुए लोगों के लिए समस्या उत्पन्न की है उसकी रिकवरी करते हुए उन्हें दण्डित किये जाने हेतु उनके विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जानी चाहिए। जिससे आगे दोबारा इस प्रकार का कार्य ग्राम पंचायत न कर सके।
इनका कहना है
मैंने संबधित उपयंत्री से बात की है उसने अभी तक ब्रीफ नहीं किया है। जो मामला संज्ञान में लाया गया है उसको निश्चित तौर पर सही कराया जायेगा।
सतीश नागवंशी, सीईओ जपं अजगयढ