Panna News: रिटायरमेंट होने के बाद मिली राशि को स्कूली बच्चों के लिए समर्पित करने के बाद अब देहदान

  • रिटायरमेंट होने के बाद मिली राशि को स्कूली बच्चों के लिए समर्पित करने के बाद अब देहदान
  • शहर के टिकुरिया मोहल्ला निवासी सेवानिवृत शिक्षक विजय चंसोरिया की सराहनीय पहल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-11 05:57 GMT

Panna News: शहर के टिकुरिया मोहल्ला शारदा माता मंदिर के पास रहने वाले शिक्षक विजय चंसोरिया जो 31 जनवरी 2022 को पन्ना तहसील अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला खंदिया से सेवानिवृत हुए और उनके द्वारा अपनी सेवाकाल के दौरान भविष्य निधि सहित अन्य मिले स्वत्व के 39 लाख 20 हजार की राशि में अपनी ओर से 80000 रूपए अतिरिक्त मिलकर 40 लाख रुपए की रकम उन गरीब बच्चों के लिए समर्पित कर दी जो आर्थिक अभाव के कारण आगे की शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते सेवानिवृत शिक्षक श्री चंसोरिया के द्वारा अपनी धर्म पत्नि श्रीमती हेमलता चसोरिया के साथ संयुक्त खाता बैंक में खोलकर बच्चों की मदद करने जैसे कदम की पूरे जिले में जहां सराहना हुई। वहीं समाजसेवियों, राजनीतिक दलों के लोगों ने उनका सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करके सम्मानित किया गया।

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स्कूली बच्चों के लिए अपने सेवाकाल की राशि से मदद करने के बाद अब अपने देह को दान करने की घोषणा कर दी। संत मोतीराम आश्रम सतना श्री दधीचि देवदान समिति में उनके द्वारा पूरी निर्धारित प्रक्रिया पूरी की गई जिसके लिए आश्रम द्वारा 22 सितंबर 2024 को प्रमाण पत्र भी जारी किया गया है श्री चंसोरिया को दिए गए प्रमाण पत्र में उल्लेख किया गया है कि अपने जीवन काल के बाद देहदान करने का संकल्प लिया जिससे जरूरतमंद को अंगदान एवं मेडिकल कॉलेज के छात्र अध्ययन कर कुशल चिकित्सक बनाकर मरीजों को जीवनदान देकर मानव समाज को अनेक बीमारियों से बचाएंगे। सेवानिवृत्त शिक्षक श्री चंसोरिया कहते हैं कि देने के लिए दान लेने के लिए ज्ञान और त्यागने के लिए अभिमान यह जरूरी है इससे जीवन को बहुत सहायता मिलती है जीने के लिए।

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संघर्ष भरा रहा श्री चंसोरिया का जीवन

अपने शुरुआती जीवन की कहानी बतलाते हुए भावुक हुए सेवानिवृत्त शिक्षक श्री चंसोरिया बतलाते हैं कि उन्होंने रिक्शा चलाकर व दूध बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण किया अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाया उन दिनों जब घरों में बिजली नहीं होती थी तो रात को मठ्या तालाब के पास स्ट्रीट लाइट के नीचे बैठकर पढ़ाई करते थे कभी भी संघर्ष से पीछे ना हटना ही मेरा प्रण था।

छात्र संघ चुनाव के समय छात्राओं ने किया था आंदोलन

सेवानिवृत्त शिक्षक विजय चसोरिया बतलाते हैं कि शासकीय छत्रसाल महाविद्यालय में जब वह पढ़ रहे थे तो छात्र संघ चुनाव के दौरान उन्हें पुलिस द्वारा हिरासत में लिया था तब उनकी रिहाई के लिए कॉलेज की सभी छात्राओं ने आंदोलन किया था और पुलिस ने बगैर किसी शर्त के रिहा किया था उनका कहना था जो उस समय जो छात्राओं ने हमारे ऊपर विश्वास व्यक्त किया था हमने भी उनके समक्ष आदर्श प्रस्तुत किया।

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पेंशन से वितरित करते हैं गर्म कपड़े व रजा

सेवानिवृत्त शिक्षक विजय चंसौरिया इतना सब करने के बाद अपनी पेंशन से ऐसे गरीब असहाय लोगों को गर्म कपड़े व रजाई ठंड के दिनों में वितरित करते हैं। यह वह विगत दो वर्षों से कर रहे हैं वह गरीबों को आर्थिक रूप से मदद भी करते रहते हैं।

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