पन्ना: कथा को भाव व प्रेम से सुनने वाले ही ज्ञान प्राप्त करते हैं: केदार नाथ शास्त्री
- शहर के पुरुषोत्तमपुर श्री जगदीश स्वामी मंदिर में चल रही संगीतमय नौ दिवसीय श्रीराम कथा
- कथा को भाव व प्रेम से सुनने वाले ही ज्ञान प्राप्त करते हैं: केदार नाथ शास्त्री
डिजिटल डेस्क, पन्ना। शहर के पुरुषोत्तमपुर श्री जगदीश स्वामी मंदिर में चल रही संगीतमय नौ दिवसीय श्रीराम कथा के छठवें दिवस में राम वनवास व राम-केवट संवाद कथा की मनोहारी व्याख्या की गई। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब आप दूसरे की मर्यादा को सुरक्षित रखेंगे तभी आपकी मर्यादा सुरक्षित रह सकेगी। भगवान श्रीराम 14 वर्ष वनवास के लिए सीता और लक्ष्मण के साथ गंगा घाट पर पहुंचे और केवट से गंगा पार करने के लिए नाव मांगा तो केवट ने कहा मैं तुम्हारे मर्म जान लिया हूं चरण कमलों की धूल के लिए सब लोग कहते हैं वह मनुष्य बना देने वाली कोई जडी है। पहले पांव धुलवाओ फिर नाव पर चढ़ाऊंगा। कथा व्यास श्री केदारनाथ शास्त्री जी ने कहा कि जिससे पूरी दुनिया मांगती है आज गंगा पार जाने के लिए दूसरे से मदद मांग रहे हैं।
भगवान केवट के पास इसलिए आए कि वह हम लोगों से कहना चाहते हैं कि हम लोग बहुत बडे-बडे लोगों के दरवाजे पर उनके सुख-दुख में जाते रहते हैं। भगवान कहना चाहते हैं कि हमें कभी छोटे लोगों के यहां भी जाना चाहिए। श्री राम कथा 19 फरवरी 2024 तक अपरान्ह 3 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगी। कथा समापन दिनांक 20 फरवरी को भव्य भंडारे के साथ होगा। श्रीराम कथा सर्व समाज के सहयोग से चल रही है। आयोजन समित ने सभी भगवत प्रेमियों से आग्रह किया है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर धर्म लाभ उठाएं।