मध्य प्रदेश कर्मचारी संघ ने पुलिस अधीक्षक के नाम सौंपा ज्ञापन
डिजिटल डेस्क, पन्ना। बीतो दिनों के दौरान वन विभाग के कर्मचारियों पर वन सुरक्षा कार्य के दौरान हमले की घटना सामने आई है इनके साथ ही एक घटना में घायल वन रक्षक अर्पित चौरसिया के विरूद्ध हमलावर आरोपी के परिवार के पक्ष की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया। जिसको लेकर वन कर्मचारियों ने नाराजगी देखी जा रही है। इसको लेकर मध्य प्रदेश कर्मचारी कांग्रेस द्वारा पुलिस अधीक्षक पन्ना के नाम ज्ञापन सौंपकर वन कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने तथा फर्जी एफआईआर पर रोक लगाए जाने की मांग की गई है। ज्ञापन में बताया गया कि दिनांक २८ मई २०२३ को विश्रामगंज परिक्षेत्र के सरकोहा बीट के गलियारा नाला में अवैध उत्खननकर्ताओं ने वन रक्षक अर्पित चौरसिया के ऊपर कुल्हाडी से हमला किया था जिसके वीडियो से घटना स्पष्ट है इस घटना में हमलावर कुल चार आरोपियो में से तीन के विरूद्ध ही एफआईआर पंजीबद्ध हुई। घटना में शामिल चौथे व्यक्ति चंदन यादव निवासी बिलखुरा के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं हुई।
प्रकरण के बाद उत्खननकर्ता के परिवार जनों द्वारा पुन: अर्पित चौरसिया को धमकी दी गई जिसकी शिकायत कोतवाली पन्ना में की गई परंतु उस पर कार्यवाही नहीं हुई बल्कि अनावेदकगणों की फर्जी रिपोर्ट पर वन कर्मचारियों के ऊपर एफआईआर दर्ज की गई। दिनांक ०५ जून को वन रक्षक इंद्रभान रैकवार बीट प्रभारी अम्हा वन परिक्षेत्र मोहन्द्रा के घर पहुंचे आरोपी शिक्षक पप्पू बेडिया के द्वारा वन रक्षक एवं उसके परिवार पर हमला किया गया। जिससे वन रक्षक एवं उसके पुत्र को चोटें आईं किन्तु पुलिस ने एफआईआर उचित धाराओ में लेख नहीं की। बीते माह पन्ना टाइगर रिजर्व में वन सम्पदा की सुरक्षा करने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध अपराधिक तत्वों के दबाव में झूठी एफआईआर पुलिस द्वारा दर्ज की गई थी उक्त घटनाओं से वन सुरक्षा के कर्मचारी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है तथा उन्हें सुरक्षा की जगह आरोपी पक्षों द्वारा दर्ज कराने वाली झूठी रिपोर्ट से सामना करना पड रहा है जिस पर कार्यवाही की जाये।