लोकायुक्त पुलिस का रैपुरा में छापा, बीपीएल कार्ड के एवज में १८ हजार रूपए की रिश्वत लेते पकडा गया पटवारी और कम्प्यूटर आपरेटर
डिजिटल डेस्क, पन्ना/रैपुरा। जिले में गरीबी रेखा की सूची में नाम जोड़े जाने के एवज में रिश्वतखोरी का मामला लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही उजागर हुआ है। सागर संभाग की लोकायुक्त पुलिस द्वारा आज बुधवार दिनांक ०९ अगस्त २०२३ को पन्ना जिले की तहसील मुख्यालय रैपुरा में छापामार कार्यवाही कर आरोपी सदर पटवारी रैपुरा रामवतार वर्मा और कम्प्यूटर आपरेटर भागीरथ सेन के विरूद्ध १८ हजार रूपए की रिश्वत के मामले में कार्यवाही करते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही के संबध में प्राप्त हुए जानकारी के अनुसार अधिवक्ता उमेश कुमार प्रजापति द्वारा लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक सागर के कार्यालय में इस आशय की शिकायत प्रस्तुत की गई कि उनके तीन पात्र पक्षकारो के नाम गरीबी रेखा के सूची में जोडक़र बीपएल कार्ड बनने है। आरोपी पटवारी द्वारा इसके एवज में २० हजार रूपए की मांग की जा रही है तथा २००० रूपए ले चुका है।वह रिश्वत न देकर आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही चाहता है लोकायुक्त पुलिस द्वारा शिकायतकर्ता की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए शिकायत का सत्यापन करवाया गया है।
शिकायत सत्यापन में सही पाए जाने के बाद लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक टीम गठित कर ट्रैप कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। पुलिस अधीेक्षक के निर्देश पर निरीक्षक बीएम द्विवेदी के नेतृत्व में लोकायुक्त की टीम आज सुबह रैपुरा पहँुची तथा शिकायतकर्ता को कार्यवाही की योजना के संबध में समझाया गया इसके बाद योजनानुसार सुबह १०:३० बजे शिकायतकर्ता आरोपी पटवारी रामावतर वर्मा के आवास पर पहँुचा तथा उसने पटवारी से रिश्वत को लेकर बाचीत की तो पटवारी ने कम्प्यूटर आपरेटर को रिश्वत की शेष रकम १८ हजार रूपए देने की बात कहते हुए शिकायतकर्ता अधिवक्ता उमेश प्रजापति को कम्प्यूटर आपरेटर आरोपी भागीरथ सेन के घर भेजा तथा कम्प्यूटर आपरेटर को इस संबध में फोन किया गया जिसके बाद शिकायतकर्ता आरोपी पटवारी के निवास से २०० मीटर दूर स्थित कम्प्यूटर आपरेटर के घर पहुंचा जहां पर कम्प्यूटर आपरेटर पहले से घर के बाहर सडक़ पर मौजूद था जैसे ही शिकायतकर्ता ने १८ हजार रूपए की राशि कम्प्यूटर आपरेटर को दी वहां पहँुची लोकायुक्त टीम द्वारा उसे रंगे हांथ पकड लिया इसके साथ ही साथ पटवारी के आवास के इर्द गिर्द मौजूद लोकायुक्त पुलिस की टीम के सदस्यो आरोपी पटवारी रामवतार वर्मा को भी पकड़ लिया गया इसके बाद लोकायुक्त पुलिस टीम द्वारा रिश्वत संबधी मामले में आरोपी पटवारी रामवतार वर्मा तथा कम्प्यूटर आपरेटर भागीरथ सेन के विरूद्ध कार्यवाही पूरी की गई तथा दोनो आरोपियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
कार्यवाही में यह रहे शामिल
लोकायुक्त पुलिस निरीक्षक बीएम द्विवेदी के नेतृत्व में रिश्वत के मामले में आरोपी पटवारी तथा कम्प्यूटर आपरेटर के विरूद्ध लोकायुक्त पुलिस द्वारा कार्यवाही की गई। कार्यवाही में पहँुची लोकायुक्त टीम में मंजू सिंह,प्रधान आरक्षक सफीक खांन,आरक्षक नीलेश पाण्डेय,आरक्षक संजीव अग्निहोत्री,आरक्षक आशुतोष व्यास,आरक्षक सुरेन्द्र प्रताप सिंह ठाकुर सहित स्वतंत्र साक्षी मौजूद रहे। लोकायुक्त की कार्यवाही सामने आने के बाद तहसील सहित स्थानीय कार्यालयों के कर्मचारियों में हडक़ंप की स्थिति रही।
हर बीपीएल कार्ड पर ०८ हजार रूपए का रेट फिक्स
शिकायतकर्ता अधिवक्ता उमेश कुमार प्रजापति ने स्थानीय मीडिया कर्मियों से बताया कि वह रैपुरा तहसील में अधिवक्ता का काम करता है। उन्होंने अपने तीन पक्षकारों के बीपीएल कार्ड बनवाने के लिए तहसील के लिए आवेदन जमा करवाये थे जिसकी स्थिति जानने के लिए जब उन्होनें पटवारी से सम्पर्क किया तो उसने प्रति बीपीएल कार्ड ०८ हजार रूपए की रेट से तीन बीपीएल कार्ड के २४ हजार रूपए की मांग की गई बाद में ०७ हजार रूपए के हिसाब से २१ हजार रूपए देने की बात कही गई। इसके बाद २० हजार रूपए लेने के लिए राजी हो गया। पहले दो हजार रूपए ले लिए थे इसके बाद लोकायुक्त ने शिकायत की जिसके बाद आज लोकायुक्त पुलिस द्वारा कार्यवाही की गई।