पन्ना विकास योजना 2035 प्रारूप पर प्राप्त आपत्तियों के निराकरण के लिए हुई सुनवाई
डिजिटल डेस्क, पन्ना। नगर तथा ग्राम निवेश विभाग द्वारा पन्ना विकास योजना 2035 के प्रारूप प्रकाशन उपरांत निर्धारित तिथि तक आपत्तियां व सुझाव आमंत्रित किए गए थे। पन्ना नगर के भावी विकास के दृष्टिगत 29 ग्रामों को शामिल कर प्रारूप बनाया गया है। इस संबंध में प्राप्त कुल 57 आपत्ति एवं सुझावों की सुनवाई आपत्तिकर्ताओं की उपस्थिति में गत गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में की गई। कलेक्टर संजय कुमार मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित सुनवाई के मौके पर सभी आपत्तिकर्ताओं की आपत्तियों का निराकरण किया गया तथा सुझाव भी सुने गए। विभिन्न खसरा नंबर की भूमि के लैण्ड यूज आवासीय क्षेत्र के विस्तार सहित अन्य कार्ययोजना के बारे में अवगत कराया गया। बताया गया कि पन्ना नगर के लिए सर्वप्रथम निवेश क्षेत्र का गठन म.प्र. नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम 1973 की धारा 13 (१) अंतर्गत आवास एवं पर्यावरण विभाग की अधिसूचना 3 सितम्बर 1974 द्वारा हुआ था। वर्तमान निवेश क्षेत्र के लिए पन्ना विकास योजना 2011 नगरीय विकास एवं पर्यावरण विभाग की अधिसूचना 7 मई 2000 के द्वारा अनुमोदन उपरांत 2 जून 2000 से प्रभावशील है।
पन्ना नगर की नगरपालिका सीमा का पुर्नगठन 13 जुलाई 2021 द्वारा किया गया और 10 दिसम्बर 2021 को पन्ना निवेश क्षेत्र की संशोधित सीमाएं परिनिश्चित की गई हैं। जिसमें वर्तमान निवेश क्षेत्र के अलावा 19 गांव शामिल हैं। निवेश क्षेत्र वृद्धि के लिए पन्ना विकास योजना 2011 का पुनर्विलोकन कर पन्ना विकास योजना 2035 प्रारूप जीआईएस आधारित विकास योजना तैयार की गई। इसमें डाटा संकलन कर एनआरएससी हैदराबाद से प्राप्त सेटेलाइट ईमेज पर बिल्डिंग फुटप्रिंट का सर्वे किया जाकर वर्तमान भूमि उपयोग मानचित्र तैयार किया गया। पन्ना नगर की भविष्य की अनुमानित जनसंख्या के आधार पर नगर विकास के संबंध में तैयार की गई कार्ययोजना का सुनवाई के उपरांत अनुमोदन किया गया। अब यह प्रतिवेदन संचालनालय भेजा जाएगा। जिला कलेक्टर ने बताया कि नगर के सुनियोजित व सुव्यवस्थित विकास के लिए मास्टर प्लान आवश्यक है। इसमें निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार विकास कार्य भी सुनिश्चित किया जाएगा। प्रारूप के संबंध में जनप्रतिनिधियों से भी सुझाव प्राप्त किया गया था। सुनवाई में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मीना राजे सहित नगर एवं ग्राम निवेश विभाग के संयुक्त संचालक सागर अमित गजभिए, सहायक संचालक छतरपुर सुश्री अपूर्वा गंगराड़े सहित ग्राम पंचायत सरपंच एवं आपत्तिकर्ता उपस्थित रहे।