रक्तदान कर बचाई जान: आशा कार्यकर्ता ने प्रसूता महिला को रक्तदान कर बचाई जान

  • मातृ मृत्यु के उच्च जोखिम को पूरी तरह से काबू करने को लेकर सरकार की हर संभव कोशिश
  • आशा कार्यकर्ता ने प्रसूता महिला को रक्तदान कर बचाई जान

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-07 08:11 GMT

डिजिटल डेस्क, देवेन्द्रनगर नि.प्र.। मातृ मृत्यु के उच्च जोखिम को पूरी तरह से काबू करने को लेकर सरकार की हर संभव कोशिश लगातार जारी है इसके परिणाम साल दर साल सार्थक नजर आ रहे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा उच्च जोखिम गर्भावस्था को दूर करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसी दिशा में हर जिले में ब्लड बैंक व सुमन डेस्क जैसी सुविधाएं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने में सहायता प्रदान करती हैं। एक घटना आयुष्मान आरोग्य मंदिर भिलासांय फुलदरी में देखने मिली जहा एक गर्भवती महिला जिसका नाम प्रीति चौधरी उम्र 26 की थी जो जाँच के दौरान हाई रिस्क पाई गयी।

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सीएचओ एवं एएनएम द्वारा की गयी जांचो में महिला का हीमोग्लोबिन प्रतिशत कम पाया गया साथ ही गर्भवती महिला को पांचवे महीने में रक्तस्राव होने की स्थिति में उसे आशा के माध्यम से सीएचसी देवेंद्रनगर भेजा गया जहां डॉ. अभिषेक जैन के द्वारा महिला की सम्पूर्ण जांचे कर सुमन डेस्क की सहायता से जिला अस्पताल पन्ना रेफर किया गया जहा सम्पूर्ण जांचे पुन: कर पाया गया की गर्भ में पल रहा बच्चा जीवित नहीं हैं तथा महिला का हीमोग्लोबिन स्तर भी तीन ग्राम शेष रह गया है। चूंकि बी पॉजिटिव ब्लड गु्रप उपलब्ध नहीं था तब परिजनों को ब्लड दान के लिए कहा गया परन्तु सभी परिजनों ने दान करने से मना कर दिया इस अवस्था में आशा कार्यकर्ता आशा मनोरमा गुप्ता द्वारा स्वयं रक्त दान कर महिला की जान बचायी गई। जिसके लिए सीबीएमओ ने उनका सम्मान किया जिससे दूसरी आशा कार्यकर्ता को भी प्रेरणा मिल सके। 

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