जिला पंचायत परिसर में लाखों रूपए मूल्य का वाटर आरो प्लान्ट बना शोपीस
डिजिटल डेस्क,पन्ना। जिला पंचायत परिसर पन्ना में जिला पंचायत सहित कई सरकारी कार्यालय संचालित होते है जिनमें शिक्षा विभाग, मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण अजीविका मिशन, श्रम विभाग तथा मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद का कार्यालय स्थापित है। पंचायती राज्य की सर्वोच्च संस्था होने की वजह से यहां पर जनप्रतिनिधियों के साथ आमजनों का पूरे समय आन-जाना बना रहता है। जिला पंचायत के क्षेत्र में स्थित शासकीय कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों तथा आमजनो की सुविधा की दृष्टि को देखते हुए लगभग दो साल पूर्व हीरा खनन परियोजना मझगवां एनएमडीसी द्वारा जिला पंचायत परिसर स्थित शिक्षा विभाग की लाईब्रेरी के समीप अत्याधुनिक आरो वाटर प्लान्ट को स्थापित कर इसके संचालन के जिम्मेदारी जिला पंचायत पन्ना को सौंपी गई थी।
इस आरो वाटर प्लान्ट से आम जनों को शुद्ध शीतल पेय जल के लिए एनएसडीसी द्वारा जो आरो वाटर प्लान्ट लगाया गया उसकी अनुमानित कीमत ०५ से ०७ लाख तक की बताई जा रही है परंतु लाखों रूपए की लागत से लगाए आरो वाटर प्लान्ट के नियमित रूप से संचालन के लिए जिला पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा व्यवस्था नहीं बनाई गई। जिसके चलते महज १०-१५ दिन ही आरो वाटर प्लान्ट से पहँुचने वाले लोगों को पानी उपलब्ध हो पाया जिसके बाद से लगातार लाखों का आरो वाटर प्लान्ट शोपीस बनकर रह गया है। इसके संचालन को लेकर जिम्मेदारों द्वारा हीलाहवाली की जा रही है और इसके चलते लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड रहा है। जहां जिला पंचायत परिसर में ही लाखों की लागत से वाटर प्लान्ट शोपीस बना हुआ है वहीं कार्यालयो में बाहर से डिब्बों में पानी खरीदकर मंगाया जा रहा है। जिला पंचायत जहां पर पंचायती राज व्यवस्था के तहत जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सीईओ जैसे लोग बैठते है साथ ही साथ समय-समय पर यहां पर जिला स्तरीय बैठके भी आयोजित होती है उसके बावजूद आमजनों के नाम पर लाखों रूपए की लागत से जो आरो वाटर प्लान्ट से शुद्ध पेयजल की व्यवस्था एनएमडीसी हीरा खनन परियोजना द्वारा की गई थी उसके संचालन को लेकर जिम्मेदारो बरती जा रही उदासीनता उनकी कार्यदक्षता पर सवाल खडे कर रही है।