एमडीएम में मिली इल्लियां, बच्चें ने भोजन करने से किया इंकार
कटनी एमडीएम में मिली इल्लियां, बच्चें ने भोजन करने से किया इंकार
डिजिटल डेस्क ,कटनी शहर के अंदर स्कूलों में एमडीएम के नाम पर बच्चों को निर्धारित मापदण्ड के विपरीत भोजन दिए जाने की शिकायत तो लगातार मिल रही थी। अनदेखी का नतीजा यह हुआ कि शुक्रवार को अनुदान प्राप्त जैन माध्यमिक स्कूल में समूह ने खराब भोजन बच्चों के लिए भेज दिया। खीर और खिचड़ी को जैसे ही थाली में बच्चों को परोसा गया। कीड़े देखकर बच्चों ने एमडीएम खाने से इंकार कर दिया। स्कूल के शिक्षक भी एमडीएम की मनमानी के विरोध में खड़े हो गए। मौके पर इसकी जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दी गई। बीआरसी विवेक दुबे टीम के साथ पहुंचे। समूह की मनमानी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
कोठारी समूह को जिम्मेदारी
मुख्यालय के सभी 70 स्कूलों में एमडीएम का जिम्मा कोठारी स्वसहायता समूह को दिया गया है। इसके साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों का भी जिम्मा इसी के पास है। समूह की पकड़ इतनी अधिक है, कि एमडीएम में उसके द्वारा अरसे से मनमानी बरती जा रही है। जैन माध्यमिक स्कूल में 57 विद्यार्थी दर्ज हैं। समूहों के द्वारा स्कूलों में कभी पतली दाल तो कभी पतली सब्जी भेजी जा रही है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को मौखिक शिकायत भी दर्ज कराई गई,
लेकिन अफसरों ने कोई कार्यवाही नहीं की।
जमीन पर सोते हैं बच्च्े, कर्मचारी भी मिले गैरहाजिर शहर के बीचों-बीच शासकीय माध्यमिक बालक छात्रावास कनकने में बीआरसी के निरीक्षण में कई तरह की कमियां उजागर हुईं। एक तरफ जहां कई छात्रावासों में पलंग का अंबार लगा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ यहां पर एक पलंग भी नहीं मिला। वर्तमान समय में निवासरत 28 छात्र जमीन में ही सोकर अपना गुजारा करते हैं। बीआरसी विवेक दुबे ने उन रजाई और गद्दों को भी देखा। जिनका उपयोग यहां के बच्चे करते हैं। बच्चों से मित्रवत व्यवहार करते हुए उनकी समस्याएं पूछीं। सुविधाओं के मामले में इन्होंने संतोष जताया। दो कर्मचारी कार्य से नदारत मिले। जिन्हें उपस्थिति रजिस्टर में अनुपस्थित कर दिया गया है। इन्होंने बताया कि वे अपनी जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपेगे।
पेटी खुलवाते हुए देखी सामग्री
एक-एक बच्चों से मिलने वाली सुविधा की जानकारी ली। यहां तक की बच्चों से उनके बैग और पेटी खुलवाते हुए मिलने वाली सामग्री का भी जायजा लिया। इसके बाद बीआरसी विवेक दुबे बीएसी एसके धाकड़ के साथ किचन रुम में पहुंचे। स्टोर में खाद्य सामग्री की गुणवत्ता देखकर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। खेल-कूद की सामग्री भी देखे।
वार्डन के नहीं रहने से अव्यवस्था
उक्त छात्रावास में वार्डन के नहीं रहने से कई जगहों पर अव्यवस्था है। यहां के वार्डन को स्कूल वापस भेज दिया गया है। बीआरसी ने माध्यमिक शाला कनकने के प्रधानाध्यापक उमेश गर्ग को यहां का प्रभार लेने को कहा। जिस पर प्रधानाध्यापक ने कहा कि उन्हें बीएलओ भी बनाया गया है, साथ ही स्कूल में मुख्य विषयों की भी पढ़ाने की जिम्मेदारी उन्हीं के पास रहती है। ऐसे में वार्डन के कार्य से उन्हें मुक्त रखा जाए। छात्रावास में निवासरत बच्चों और वहां पर मिलने वाली सुविधाओं पर वे नजर रख रहे हैं।