पति से संबंध के शक पर की महिला की हत्या, जंगल में फेका था शव
पति से संबंध के शक पर की महिला की हत्या, जंगल में फेका था शव
डिजिटल डेस्क कटनी। ढीमरखेड़ा थाने की सिलौंड़ी पुलिस चौकी अंतर्गत आने वाले क्षेत्र हल्का जंगल बंजारी माता नाले के पास तीन फरवरी को महिला का कंकाल मिलने के मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा लिया है। जांच में पुलिस ने पाया कि महिला की हत्या की गई थी। इस वारदात को अंजाम देने वाली एक महिला और उसके भाई को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार जबलपुर जिले के कुंडम थाना क्षेत्र अंतर्गत सिमरिया गांव निवासी रुकमणी पति नरेश बर्मन (25) 11 मई 2020 से अपने घर से लापता थी। जिसकी गुमशुदगी की शिकायत उसके परिजनों ने कुंडम थाने में दर्ज कराया था। इस बीच तीन फरवरी 2021 को कुंडम पुलिस को हल्का जंगल बंजारी माता नाले के पास किसी महिला के कंकाल मिलने की सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस टीम ने वहां मानव अस्थियां, बाल और कपड़े आदि जब्त करके शिनाख्तगीत के प्रयास शुरू किए थे। आखिरकार महिला कंकाल की पहचान लापता महिला रुकमणी पति नरेश बर्मन के रुप में की गई। मामले में जांच के दौरान पता चला कि जहां पर महिला का शव मिला है वह स्थान कटनी जिले के ढीमरखेड़ा थाने की सिलौंड़ी पुलिस चौकी के अंतर्गत आता है जिसकी वजह से डायरी को ढीमरखेड़ा पुलिस को दी गई।
मामले में विवेचना के दौरान पुलिस ने संदेह के आधार पर जबलपुर जिले के कुंडम थाना अंतर्गत सिमरिया गांव निवासी सम्मो बाई पति पूरन सिंह (35) से पूछताछ किया जिस दौरान उसने वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया महिला ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसे संदेह था कि रुकमणी से उसके पति के अवैध संबंध हैं। इसी बात को लेकर दोनों के बीच बुराई थी। दोनों के बीच जंगल में विवाद हुआ और सम्मो बाई ने रुकमणी बर्मन पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
घटना की जानकारी रुकमणी बर्मन ने अपने भाई शिवकुमार पिता भद्दी सिंह
गौड़ (25) वर्ष को दी और फिर दोनों ने मिलकर मृतका के शव को हल्का जंगल बंजारी माता नाले में गड्ढा खोदकर दफना दिया था। पुलिस ने महिला की हत्या करने और साक्ष्य छिपाने के आरोप में सम्मो बाई और उसके भाई शिवकुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।