न्याय के लिए परिवार सहित धरने पर बैठी पीड़ित महिला
शहडोल न्याय के लिए परिवार सहित धरने पर बैठी पीड़ित महिला
डिजिटल डेस्क,शहडोल। नव गठित नगर परिषद बकहो में फर्जी भर्ती और गलत संविलियन का दंश एक बेवा महिला के परिवार को भुगतना पड़ रहा है। पति की मृत्यु के बाद लिपिक पद पर कार्य कर रही महिला के स्थान पर दूसरी महिला को संलिवियन कर इसे नौकरी से हटा दिया गया। वह अपने दो बेटे और बेटी के साथ अनशन पर बैठ गई है। आरोप हैं कि संयुक्त संचालक शहडोल व नगर परिषद बकहो के अधिकारियों की मिलीभगत से लिपिक पद पर दूसरी महिला कार्य कर रही है। मामला यह है कि पति संतोष यादव की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी रेखा यादव 5 मार्च 2015 से ग्राम पंचायत बकहो में लिपिक पद पर कार्यरत थी।
ग्राम पंचायत जब नगर परिषद में तब्दील हुई तो अधिकारियों की मिलीभगत से संविलियन में भर्ती घोटाला कर रेखा यादव की जगह रेखा तिवारी की भर्ती कर लिया गया। रेखा यादव के जगह पर रेखा तिवारी को संविलियन कर दिया गया, जो वेतन रेखा यादव को मिलना चाहिए था, वो वेतन रेखा तिवारी को दिया जा रहा है। अब रेखा यादव अपनी नौकरी के लिए शासन-प्रशासन व अधिकारियों के चक्कर लगाकर थक गई। मजबूर होकर नगर परिषद बकहो के सामने अपने परिवार के साथ अनशन में बैठने को मजबूर है। इस मामले में अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।