सडक़ और नाली की मरम्मत भी नहीं करा पाएंगे पार्षद
बजट में नहीं किया पार्षद निधि का प्रावधान सडक़ और नाली की मरम्मत भी नहीं करा पाएंगे पार्षद
डिजिटल डेस्क,कटनी। नगर निगम में नई परिषद ने कामकाज भी सम्हाल लिया। अपील समिति के चुनाव एवं मेयर इन कौंसिल के गठन भी हो चुका है। नगर निगम में ढाई साल बार निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने सत्ता संभाली है। वार्डों में लम्बे-चौड़े वादे कर नगर निगम पहुंचे पार्षदों को छोटे-छोटे कामों के लिए भी महापौर, एमआईसी से सम्पर्क करना होगा। पिछली परिषद में दो लाख रुपये पार्षद निधि का प्रावधान किया गया था। इस राशि से पार्षद साल भर अपने वार्डों में छोटे-मोटे काम कराते थे। इस तरह पांच साल में दस लाख के काम कराते थे। इस साल के बजट में पार्षद निधि का प्रावधान नहीं किया गया। इस राशि के लिए पार्षदों को अगले बजट तक इंतजार करना होगा।
राशि में वृद्धि की जाए
वार्ड नंबर 25 के पार्षद मौसूफ अहमद बिट्टू कहते हैं कि पिछली परिषद में हर साल दो लाख रुपये पार्षदनिधि निर्धारित थी। इससे वह अपने वार्ड में सडक़, नाली, पाइप लाइन की मरम्मत आदि के कार्य कराते थे। वर्तमान में यह राशि बहुत कम है। विधायकनिधि की तरह एक साल में कम से कम 50 लाख रुपये पार्षदनिधि का प्रावधान किया जाए। वार्ड नंबर 9 के पार्षद संदीप यादव गुड्डू ने भी पार्षदनिधि की राशि में वृद्धि करने की मांग का समर्थन किया है।
इनका कहना है
नगरनिगम एक्ट में पार्षदनिधि का उल्लेख नहीं है। पार्षदों की अनुसंशा पर प्रस्तावित कार्यों पर महापौर एवं एमआईसी को निर्णय लेना है। (सत्येन्द्रसिंह धाकरे ननि आयुक्त)