यूपी का गिरोह एटीएम कार्ड बदलकर उड़ा रहा था रकम
रीवा यूपी का गिरोह एटीएम कार्ड बदलकर उड़ा रहा था रकम
डिजिटल डेस्क, रीवा। उत्तरप्रदेश का गिरोह रीवा जिले में एटीएम कार्ड बदलकर रकम पार कर रहा था। ऐसे गिरोह के तीन सदस्य मऊगंज पुलिस के हाथ लगे हैं। जिनके पास से २८ बंद एटीएम कार्ड मिले हैं। पकड़े गए आरोपियों में तालिब इदरीशी २५ वर्ष निवासी रझिहात थाना मऊआइमा जिला प्रयागराज, रणविजय सिंह २६ वर्ष निवासी चौहन का पूरा थाना मऊआइमा प्रयागराज एवं जयप्रकाश सिंह २७ वर्ष निवासी रझिहात थाना मऊआइमा जिला प्रयागराज उप्र शामिल है। आरोपियों के पास से पुलिस ने ३६०० रुपये, विदड्रावल की रसीद और एक मोटर साइकिल जब्त की है।
धनंजय की शिकायत पर पुलिस ने दबोचा
मऊगंज थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम ऊधौपुरवा निवासी धनंजय पाण्डेय द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई थी कि उसका एटीएम कार्ड बदलकर खाते से अलग-अलग जगह से १०-१० हजार रुपये चार बार निकाले गए हैं। इस तरह से ४० हजार रुपये उसके खाते से निकल गए। जिस पर मऊगंज पुलिस ने शनिवार को धारा ४२० का प्रकरण कायम कर पतासाजी शुरू की। पुलिस ने संदेहियों को पकड़ा और पूछताछ में यह बड़ी सफलता मिल गई।
गिरोह के एक सदस्य पर यूपी में दर्ज हैं अपराध
थाना प्रभारी श्वेता मौर्य ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में जयप्रकाश सिंह के विरुद्ध यूपी में भी इस तरह के अपराध दर्ज हैं। जबकि दो अन्य आरोपियों के पुराने कोई अपराध सामने नहीं आए हैं। आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगाया जा रहा है कि इन लोगों ने कहां-कहां इस तरह की घटनाएं कारित की हैं। इस गिरोह को पकडऩे में उप निरीक्षक विकास सिगौर, आरक्षक वीरेन्द्र शुक्ला, चन्द्रभान जाटव, पुष्पराज बागरी, जीवन मोबिया, पवन मैडा की सराहनीय भूमिका रही।
इस तरह करते थे वारदात
एसडीओपी शैलेन्द्र शर्मा ने बताया कि यह गिरोह टीम बनाकर चलता है। एक सदस्य एटीएम बूथ के बाहर खड़ा रहता है जबकि दूसरा मोटर साइकिल में तैयार रहता है। तीसरा व्यक्ति मोड़ या तिराहे पर खड़े होकर पुलिस या अन्य लोगों पर नजर रखता है। ये लोग एटीएम बूथ चिन्हित करते हैं। ऐसे बूथ तलाशते हैं जहां मशीन में बटन साइड या सामने की ओर रहते हैं। बूथ में जब कोई बुजुर्ग या ग्रामीण परिवेश वाला व्यक्ति पहुंचता है तो उसे शिकार बनाते हैं। उन्होंने बताया कि ये लोग एटीएम मशीन में साइड वाले बटन को दो-तीन बार दबा देते हैं इससे जब लोग एटीएम कार्ड मशीन में डालते हैं तो मशीन विधिवत काम नहीं करती। इसी दौरान ये लोग पासवर्ड देख लेेते हैं। जब एटीएम कार्ड नहीं करता तो ये लोग कार्ड को साफ करने के बहाने या देखने के बहाने लेते हैं और बड़ी ही चालाकी से कार्ड बदल लेते हैं। इसके बाद अलग-अलग जगह जाकर कार्ड से पैसे निकाल लेते हैं।