बोगस दस्तावेज से दोपहिया वाहन फाइनेंस कराने वाले गिरफ्तार
बोगस दस्तावेज से दोपहिया वाहन फाइनेंस कराने वाले गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, नागपुर। भोले-भाले व कम पढ़े-लिखे लोगों को कर्ज दिलाने के नाम पर उनसे लिए गए दस्तावेज पर दोपहिया वाहन फाइनेंस कराने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। गिरोह में शामिल आरोपी अरबाज उर्फ मोनू सलीम शेख (23) मुदलियार ले-आउट शांतिनगर और सैयद परवेज उर्फ मोनू सैयद नईम (31) ठाकुर प्लाट बड़ा ताजबाग निवासी हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों से 9 दोपहिया वाहन सहित करीब 5 लाख 60 हजार रुपए का माल जब्त किया है। आरोपियों को अपराध शाखा पुलिस की यूनिट-2 ने धरदबोचा। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया।
न्यायालय ने 8 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। आरोपियों ने मार्च 2019 में कुछ नागरिकों को कर्ज दिलाने के नाम पर उनके आधार कार्ड, पासपोर्ट फोटो, पैनकार्ड, इलेक्ट्रिक बिल और बैंक पास बुक व अन्य दस्तावेज लिए थे। आराेपियों ने उन्हें कर्ज तो नहीं दिलाया, उल्टा उनके नाम पर दोपहिया वाहन बैंक और फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस करा लिए। यह बात लोगों को तब पता चली जब उनके घर पर बैंक और फाइनेंस कंपनी के वसूली अधिकारी किश्त जमा नहीं होने पर पैसे मांगने गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार लक्ष्मीनगर कलमना निवासी भुजेंद्र दल्लू वर्मा की शिकायत पर 23 मार्च 2019 को शांतिनगर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था।
भुजेंद्र ने पुलिस को बताया था कि उन्हें बैंक से कर्ज लेकर दोपहिया वाहन खरीदना था। इसके लिए उन्होंने आरोपी अरबाज शेख से कर्ज लेने के लिए संपर्क किया था। आरोपी अरबाज ने भुजेंद्र को कर्ज दिलाने के नाम पर सभी दस्तावेज ले लिए। आरोपी ने अपने मित्र सैयद परवेज के साथ मिलकर भुजेंद्र के नाम पर कर्ज के लिए आवेदन किया और भुजेंद्र के नाम पर दोपहिया वाहन फाइनेंस करा लिया। भुजेंद्र के बार-बार पूछने पर उसे आरोपी यही बताते रहे कि उनका कर्ज नामंजूर हो गया। बाद में उसकी पत्नी के दस्तावेज भी आरोपियों ने यह कहकर हासिल किए कि तुम्हारे नाम पर कर्ज नहीं मिल रहा है, पर पत्नी के नाम पर मिल जाएगा। आरोपियों ने भुजेंद्र की पत्नी के दस्तावेज के आधार पर 2 दोपहिया वाहन फाइनेंस करा लिया। वाहन भुजेंद्र व उनकी पत्नी को देने के बजाय खुद उपयोग करने लगे।
बाद में आरोपियों ने अन्य लोगों के साथ भी ठगी की। भुजेंद्र के घर जब किश्त के लिए फाइनेंस और बैंक के प्रतिनिधि पहुंचे तब उन्हें आरोपियों की करतूत के बारे में पता चला कि उन्होंने उनके दस्तावेज के आधार पर आरोपियोंने 3 दोपहिया वाहन फाइनेंस करा लिए हैं। इस प्रकरण की शिकायत दर्ज होने पर अपराध शाखा पुलिस की यूनिट 2 ने दोनों आरोपियों को खोज निकाला। आरोपियों से इसी तरह 9 दोपहिया वाहन फाइनेंस कराने का मामला सामने आया है। पुलिस आरोपियों से जब्त किए गए दोपहिया वाहन उनके मालिकों को वापस करने वाली है। दोनों आरोपियों के साथ और कौन शामिल है, इसकी छानबीन शुरू है। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। यूनिट 2 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनिल ताकसांडे, सहायक पुलिस निरीक्षक एस आर परतेकी, एएसआई सीतानाथ पांडे, सुरेश ठाकुर, हवलदार विजय लेकुरवाडे, नायब सिपाही सतीश पांडे, महेश कुरसंगे व अन्य ने कार्रवाई में सहयोग किया।