मौत के दो दिन बाद ढाई माह की बच्ची का कब्र से शव निकालने पर मचा बवाल
शहडोल मौत के दो दिन बाद ढाई माह की बच्ची का कब्र से शव निकालने पर मचा बवाल
डिजिटल डेस्क,शहडोल। मेडिकल कॉलेज में 25 जनवरी को इलाज के लिए भर्ती हुई ढाई माह की बच्ची रुचिता कोल पिता रोहित कोल निवासी पुरानी बस्ती ग्राम कठौतिया की एक फरवरी को मौत के दो दिन बाद 3 फरवरी को कब्र से शव निकालने पर बवाल मच गया है। इस पूरे मामले पर प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। इस बीच कलेक्टर वंदना वैद्य ने शनिवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि क्रिमनल सीन नहीं होने के बाद भी बच्ची का शव पुलिस के कहने पर निकलवाया गया।
पुलिस को मेडिकल कॉलेज से मौत की सूचना मिली थी। इधर, मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि बच्ची का मेडिकल कॉलेज में 8 दिन इलाज चला और मौत का कारण फेफड़े व मस्तिष्क में संक्रमण था। मामले में पुलिस को मौत की सामान्य सूचना भेजी गई थी, और कुछ नहीं कहा गया था। परिजनों द्वारा पीएम नहीं करवाने की बात पर शव लेकर जाने दिया गया। बड़ा सवाल यह है कि मामला गंभीर नहीं होने के बाद भी पुलिस ने शव क्यों निकलवाया।
इस पूरे मामले पर पर डीएसपी राघवेंद्र द्विवेदी का कहना है कि बच्ची से साथ झाड़ फूक की बात सामने आने से संदेहास्पद मौत का मामला मानकर पीएम के लिए शव निकलवाया गया। बताया जा रहा है कि पीएम की प्रारंभिक रिपोर्ट में मौत का कारण फेफड़े व मस्तिष्क में संक्रमण बताया गया है। इस बीच बच्ची की मौत को दगना से भी जोडक़र देखा जा रहा है। हालांकि इस पर कलेक्टर का कहना है कि चिकित्सकों ने बच्ची की मौत का कारण निमोनिया बताया है।