प्रियांशु की यूक्रेन से घर वापसी तक के सफर में तिरंगे का अहम रोल
करेली प्रियांशु की यूक्रेन से घर वापसी तक के सफर में तिरंगे का अहम रोल
डिजिटल डेस्क,करेली ,यूक्रेन में फंसे जिले के छात्र प्रियांशु की सकुशल घर वापसी पर परिवारजनों सहित शुभचिंतकों की करेली रेलवे स्टेशन पर सुबह 6 बजे से ही स्वागत के लिये तांता लग गया निर्धारित समय से लेट आई नईदिल्ली श्रीधाम एक्सप्रेस के पहिये जैसे ही करेली स्टेशन पर रुके तो भारत माता के जय घोष के बीच प्रियांशु ने आपने माता पिता को देखकर भावुक हो गया चरण स्पर्श कर उनके गले लगते ही माता पिता के आंखों से खुशी के आंसू झलक उठे मौके पर छात्र के परिजन दोस्त गांव के लोग और करेली थाना प्रभारी अखिलेश मिश्रा मौजूद रहे
छात्र ने बताई आप बीती
यूक्रेन से लौटकर आये डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे छात्र प्रियांशु ने बताया कि शुरुआती 5 दिन तक तो हालात सामान्य दिख रहे थे लेकिन अचानक ही बॉर्डर एरिया में मिसाइल गिरने और लोकल न्यूज़ से युद्ध की जानकारी मिली एंबेसी में कांटेक्ट किया तो कुछ धैर्य रखकर जल्द ही भारत वापसी के लिए कहा गया लेकिन अगले दो दिनों में हालात बुरी तरह बदल गए जिस शहर में प्रियांशु रहते थे वहां पर ड्रोन और आर्मी के टैंकर और ट्रकों की आवाजाही बढ़ गई विस्फोट होने लगे जिससे वह लोग काफी घबरा गए लगातार परेशानी बढ़ रही थी और जान का जोखिम बढ़ता जा रहा था
तिरंगे पर गर्व महसूस किया
आंखों देतिरंगे पर गर्व महसूस कियाखा हाल बताए हुए प्रियांशु ने बताया कि जब कही से कोई मदद नही मिलती दिखी तो एम्बेसी की गाइडलाइन को फॉलो करते हुऐ कुछ दोस्तो के साथ एक बस बुक करके सबसे नजदीकी बार्डर 700 किलोमीटर के सफर पर निकल पड़े हालांकि कई बार हालात बिगड़े लेकिन बस में लगे तिरंगे को देखकर आर्मी की नर्मी ने गर्व महसूस कराया कई बार तो चेक पोस्ट पर सिर्फ तिरंगे के लगे होने से बिना चेकिंग के भी निकलने मिल गया ये वाकई में प्राउड मूमेंट था जिसे शब्दो मे नही बताया जा सकता यही से वो उत्साह और ऊर्जा ने हमे इतना लंबा जान के जोखिम से भरा सफर पार कराने में मदद की