चाय वाले और मजदूर के नाम कंपनी बनाकर लाखों का लेन-देन, सीजीएसटी ने दबिश देकर पकड़ी गड़बड़ी

असली मालिक की तलाश , खातों पर भी विभाग की पैनी नजर चाय वाले और मजदूर के नाम कंपनी बनाकर लाखों का लेन-देन, सीजीएसटी ने दबिश देकर पकड़ी गड़बड़ी

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-11 08:52 GMT
चाय वाले और मजदूर के नाम कंपनी बनाकर लाखों का लेन-देन, सीजीएसटी ने दबिश देकर पकड़ी गड़बड़ी

डिजिटल डेस्क कटनी । शहर में बोगस फर्म बनाकर जीएसटी की चोरी का बड़ा मामला सामने आया है। दरअसल सेंट्रल जीएसटी जबलपुर की टीम दिए गए नंबर के आधार पर हाल ही में कटनी पहुंची थी। यहां पर दो फर्म ऐसे मिले, एक का मालिक चाय बेचने वाला रहा तो दूसरे का मालिक मजदूर था। इन लोगों से जब कंपनी के बारे में जीएसटी के अधिकारियों ने पूछताछ की तो दोनों इस बात से अनभिज्ञ रहे कि उनके नाम से कोई कंपनी भी चल रही है। इधर बोगस फर्म सामने आने पर अधिकारियों ने उन लोगों की तलाश शुरु कर दी है, जो परदे के पीछे रहकर कंपनी का संचालन कर रहे थे।
मालिकों को नहीं थी जानकारी
सबसे बड़ी बात यह रही कि कागजों में जिन्हें मालिक बनाया गया था। उन्हें कंपनी के बारे में किसी तरह की जानकारी ही नहीं रही। राकेश तिवारी जो चाय बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करता है। उसके नाम से भी कंपनी रजिस्टर्ड रही। बब्बू सिंह जो मजदूरी कर अपने परिवार का जीवन यापन करता है। उसके नाम से बीएस इंटरप्राइजेज का संचालन हो रहा था। यह कंपनी नमक के साथ अन्य सामग्रियों का व्यवसाय कर रही थी।
अधिकारी ने  की पुष्टि
सीजीएसटी जबलपुर के अधिकारी राजेन्द्र ठाकुर ने बोगस फर्म पाए जाने की पुष्टि की है। इन्होंने बताया कि परदे के पीछे इस कंपनी का संचालन कौन-कौन लोग कर रहे थे और कंपनी में कितने का लेन-देन हुआ है। इसकी जांच शुरु कर दी गई है। जांच पूरी होने के बाद ही वास्तविक मालिकों का पता चल इपाएगा। इसके लिए टीम काम कर रही है।
 

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