दुधमुंही बच्ची को बचाने माँ ने नर्मदा में छलांग लगाई ,गोताखोरों ने बचाया , नहीं मिली बच्ची
दुधमुंही बच्ची को बचाने माँ ने नर्मदा में छलांग लगाई ,गोताखोरों ने बचाया , नहीं मिली बच्ची
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। भेड़ाघाट थाना क्षेत्र स्थित सरस्वती घाट पर सुबह साढ़े 9 बजे के करीब एक महिला को नदी में छलांग लगाता देख वहां मौजूद गोताखोर तत्काल हरकत में आए और महिला को नदी से बाहर निकाल लिया। इस दौरान महिला ने बताया कि उसकी दुधमुंही बच्ची उसके हाथ से छिटककर नदी में गिर गई है, उसे बचाने के लिए वह नदी में कूदी थी। इसके बाद गोताखोरों ने बच्ची की तलाश की, लेकिन मासूम बच्ची तेज बहाव में बह गई और उसका कोई सुराग नहीं लग सका। प्रारंभिक जांच में यह संभावना बताई जा रही है कि महिला पारिवारिक परेशानी के चलते भेड़ाघाट पहुंची थी। महिला के बयान के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
नदी किनारे मुंह धोने रूकी थी
सूत्रों के अनुसार सुबह साढ़े 9 बजे के करीब गढ़ा स्थित इंद्रा बस्ती निवासी श्रीमती सुरभि उइके, उम्र 25 वर्ष अपनी 8 माह की बेटी हिना को लेकर सरस्वती घाट पहुँची थी। घाट से वह नाव पर सवार होकर उस पार पहुँची थी। वहाँ घाट किनारे बैठी महिला के हाथ से छिटककर उसकी बेटी नदी में गिर गई थी। बेटी को बचाने के चक्कर में उसने नदी में छलाँग लगा दी। महिला को नदी में कूदता देख वहाँ मौजूद आकाश प्रधान व नाव चालक गुड्डा प्रजापति ने महिला को तो बचा लिया, लेकिन बच्ची का सुराग नहीं लग सका। सूचना मिलने पर तिलवारा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर मासूम बच्ची की तलाश शुरू कर दी है। महिला को सुरक्षित बचाकर थाने लाये जाने पर उसका कहना था कि वह काम करने के लिए यहां आई थी। यहां लौटकर वापस अपने गांव चरगंवा जा रही थी। सरस्वती घाट पार कर वह नदी किनारे मुंह धोने रूकी थी। उसी दौरान बच्ची गोद से फिसल गई। उधर इस घटना की जानकारी लगने पर एसपी ने साहसी युवक आकाश प्रधान को 1 हजार नकद पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित करने की घोषणा की।